श्रद्धा के साथ मनाया गया गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस
तिलक और झंझू की रक्षा के खातिर अपनी शहादत देने वाले सिक्खों के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर साहिब जी का शहीदी दिवस शनिवार (19 दिसंबर) को सम्पूर्ण विश्व...
तिलक और झंझू की रक्षा के खातिर अपनी शहादत देने वाले सिक्खों के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर साहिब जी का शहीदी दिवस शनिवार (19 दिसंबर) को सम्पूर्ण विश्व...
तिलक और झंझू की रक्षा के खातिर अपनी शहादत देने वाले सिक्खों के नौवें गुरु श्री तेग बहादुर साहिब जी का शहीदी दिवस शनिवार (19 दिसंबर) को सम्पूर्ण विश्व में श्रद्धा पूर्ण वातावरण में मनाया गया। शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा यहियागंज में गुरु के ताल पर भव्य कीर्तन दरबार व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
गुरुद्वारा सचिव अमरीक सिंह ने बताया कि शुक्रवार से प्रारंभ हुए दो दिवसीय शहीदी दिवस का समापन शाम 4 बजे तक हुआ जिसमें विशेष रूप से भाई भूपेंद्र सिंह ने शबद कीर्तन से श्रद्धालुओं को निहाल किया। लोगों ने गुरु तेग बहादुर जी को याद करते हुए मत्था टेका और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गुरुद्वारे की ओर से लंगर का भी आयोजन हुआ जिसमें तमाम लोगों ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए लंगर में प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। कोरोना के खतरे को देखते हुए लोगों की भीड़ न लगे इसलिए फेसबुक पर इसका लाइव प्रसारण भी लागातार हुआ।
ज्ञानी परमजीत सिंह ने इस दिन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हिन्द की चादर कहलाने वाले गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने आज ही के दिन 1675 में चांदनी चौक गुरुद्वारे में देश, कौम और समाज की खातिर अपना बलिदान दिया था। इसी वजह से उनकी याद में यह ऐतिहासिक दिन मनाया जाता है। श्रद्धालु अवतार सिंह ने बताया कि समागम में विशेष दीवान के साथ रहिरास साहिब का पाठ हुआ और दरबार में गुरु ग्रंथ साहिब पर फूलों की बारिश हुई।
शिवांग