13 तारीेख को है साल का आखिरी शादी का मुहूर्त...
... इस सीजन में शादी ब्याह के आयोजन में कोरोना की बंदिशों के साथ ही शुभ मुहूर्त की रोकथाम भी है।सर्दियों के सीमित सहालग में ज्यादा शादियां संपन्न हो...
... इस सीजन में शादी ब्याह के आयोजन में कोरोना की बंदिशों के साथ ही शुभ मुहूर्त की रोकथाम भी है।सर्दियों के सीमित सहालग में ज्यादा शादियां संपन्न हो...
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इस सीजन में शादी ब्याह के आयोजन में कोरोना की बंदिशों के साथ ही शुभ मुहूर्त की रोकथाम भी है।सर्दियों के सीमित सहालग में ज्यादा शादियां संपन्न हो गई. इसके बावजूद शहर-देहात के अनेक परिवार मुहूर्त न मिलने की वजह से चूक गए। अब इनको 22 अप्रैल तक इंतजार करना होगा। इससे पहले फरवरी में बसंत पंचमी का मुहूर्त है। इस साल को आखिरी मुहूर्त 13 दिसंबर को है। ज्योतिषियों के अनुसार शादी के शुभ मुहूर्त के लिए वृष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु तथा मोन लग्न में से किसी एक का रहना जरूरी है।
यहीं रेवती, रोहिणी, मृगशिरा, मूल, मपा, हस्त, अनुराधा, उत्तरा फाल्गुन, उत्तरा भाद, उत्तरा आषाढ़ में एक नक्षत्र की उपस्थिति अनिवार्य है। सर्व उतम मुहूर्त के लिए रोहिणो, मृगशिरा और हस्त नक्षत्र का रहना जरूरी है। 15 दिसंबर को सूर्य के धनु राशि में आने से खरमास आरंभ हो जाएगा, जो अगले वर्ष 14 जनवरी तक रहेगा। खरमास लगने के कारण शादी-विवाह
नहीं होगा। इसके बाद 19 जनवरी को गुरु ताग अस्त हो जाएगी जो 16 फरवरी तक रहेंगे। इसके बाद 16 फरवरी से 17 अप्रैल तक शुक्र नाग अस्त होगा। इसके कारण शादी ब्याह बाधित रहेगा। अगले साल 22 अप्रैल से ही शादी विवाह शुरू हो जाएंगे। दो दिन हो सकेंगे आयोजन गुरु तारा अस्त होने से पहले 18 जनवरी को कुछ पत्त के लिए शादी का मुहूर्त मान्य कहा गया है। इसी प्रकार बसंत पंचमी के दिन विवाह
को भी मान्यता मिली है। इसके अलावा अन्य किसी दिन विवाह का मुहूर्त नही है।
शिवांग