22 जनवरी एक तारीख नहीं नए कालचक्र का उद्गम है : नरेंद्र मोदी

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22 जनवरी एक तारीख नहीं नए कालचक्र का उद्गम है : नरेंद्र मोदी
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अयोध्या,22 जनवरी (आरएनएस)। अयोध्या में भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के हिस्से के रूप में मंगल ध्वनि के बीच लाल कपड़े पर रखा चांदी का छत्र लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनिर्मित राम मंदिर की सीढिय़ों पर चढ़े और 84 सेकंड के अभिजीत मुहूर्त के भीतर संकल्प लेकर प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूरा किया।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मै राम से क्षमा मांगता हु की उनको स्थापित करने में सैकड़ो वर्ष लग गए | हमारे पुरुषार्थ में कुछ कमी रह गयी की राम को स्थापित करने में इतने साल लग गए | भारत के संविधान में राम प्रथम पृष्ठ में है पर उन्मको न्याय देने में इतनी देर हो गयी | धन्य है हमारी न्याय व्यवस्था जिसने न्याय की लाज रखी और राम को सैकड़ो साल बाद न्याय मिला और आज वो स्थापित हो रहे है |

कालचक्र फिर बदलेगा और शुभ दिशा में बदलेगा ये कहना था प्रधानमंत्री मोदी का | राम के प्राणपर्तिस्था के अवसर पर बोलते हुए वो भावुक हो कर उन्होंने बताया की सागर से सरयू -तक मुझे यात्रा का अवसर मिला | हर ओर राम विराजे हुए है | हम जिधर भी जाए उधर राम मिल जाएंगे | भारत के कोने कोने से अलग अलग भाषा में राम चरित्र सुनने को मिला है | राम वही है जो रम जाए | राम लोक की स्मृतियों में समाये हुए है |

हर युग में लोगो ने अपने अपने तरह से राम को अभिव्यक्त किया है | प्राचीन काल से लोग राम रस का आचमन करते रहे है | राम के आदर्श, राम की शिक्षा हर ओर एक सी है | प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा की हम उन सभी लोगो के ऋणी है जिन्होंने इस अवसर के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिया |

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की हमारा अतीत से भविष्य अति सुंदर होने जा रहा है | उन्होंने कहा की लोग कहते थे की राम मंदिर बना तो भारत में आग लग जायेगी | पर आज राम मंदिर आग को नहीं एक ऊर्जा का रूप है और लोगो को सुंदर भविष्य की ओर ले कर जाएगा |

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की राम विवाद नहीं राम समाधान है | राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन से पूरा विश्व जुड़ा हुआ है | आज अयोध्या का ये उत्सव विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का भी परिचय है |

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