महाकाल मंदिर से लेकर मां चामुंडा मंदिर तक दिखा भक्तों का सैलाब

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महाकाल मंदिर से लेकर मां चामुंडा मंदिर तक दिखा भक्तों का सैलाब

उज्‍जैन, 01 जनवरी (हि.स.)। नववर्ष 2021 की पहली सुबह का आगाज धार्मिक नगरी उज्‍जैनवासियों ने देव दर्शन के साथ किया। महाकाल मंदिर से लेकर शहर के मध्य बने मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता के दरबार में श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दे रहा था। 2020 की कड़वी यादों को भुलाकर शहरवासी नया वर्ष सभी के लिए अच्छा व्यतीत हो इसकी प्रार्थना बाबा महाकाल से कर रहे थे।

जानकारी के अनुसार धार्मिक नगरी उज्‍जैन में नव वर्ष की पहली सुबह आस्था से भरी नजर आ रही थी। दोपहर तक धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की कतार दर्शन के लिए लगी हुई थी। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के मंदिर में सुबह वर्ष की पहली भस्म आरती की गई। उसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खोल दिए गए। मंदिर समिति में 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक बाबा महाकाल के गर्भगृह और नंदीहाल में प्रवेश पर रोक लगा दी है। जिसके चलते श्रद्धालुओं को नंदीहाल के बाहर से चलित दर्शन कराए जा रहे हैं।

बाबा के दर्शन के लिए सुबह से श्रद्धालुओं की कतार मंदिर के बाहर लग गई थी। मां हरसिद्धि का दरबार भी श्रद्धालुओं से भरा नजर आ रहा था। शहर की सीमा से लगे भगवान चिंतामन गणेश मंदिर, काल भैरव मंदिर, भूखी माता मंदिर, गढ़ कालिका मंदिर से लेकर शहर के देव स्थलों तक श्रद्धालुओं की आस्था दिखाई दे रही थी। पिछले कुछ वर्षों से पश्चिमी सभ्यता से दूर होकर लोगों द्वारा नए वर्ष का आगाज देव दर्शन के साथ किया जा रहा है। इस वर्ष युवा वर्ग भी आस्था में डूबा दिखाई दे रहा था।

2020 हर देशवासी के लिए कड़वे पलो के साथ गुजरा है लेकिन बीते वर्ष में कोरोना संक्रमण ने लोगों को आस्था के करीब लाकर खड़ा कर दिया है। मार्च माह से लेकर अब तक हर कोई इस बीमारी से लडऩे के लिए भगवान को ही याद कर रहा है। स्वर्ण रूप में सजा था चामुंडा माता का दरबार नए और पुराने शहर को जोडऩे वाले मार्ग पर बना मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता का दरबार शहर वासियों की आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है। शहर के मध्य बने इस मंदिर पर सुबह से लेकर देर रात तक हर शहरवासी का सिर नमन के लिए झुकता दिखाई देता है। नववर्ष के प्रथम दिन माता चामुंडा का स्वर्ण रूप में श्रंगार किया गया था वहीं मंदिर को स्वर्ण महल की तरह सजाया गया।

सुबह विशेष आरती के साथ माता को 56 पकवानों का भोग लगाया गया। सुबह से ही मंदिर समिति श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए बड़ी संख्‍या में पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी।

हिन्‍दुस्‍थान समाचार/गजेंद्र सिंह तोमर/राजू

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