जेहान दारूवाला ने रचा इतिहास फार्मूला टू रेस जीतने वाले बने पहले भारतीय।
भारतीय ड्राइवर ने रचा इतिहास, बीते रविवार को साखिर ग्रां प्री के दौरान इतिहास रच दिया, वो अब फार्मूला टू रेस जीतने वाले पहले भारतीय बन गए है। फार्मूला...


भारतीय ड्राइवर ने रचा इतिहास, बीते रविवार को साखिर ग्रां प्री के दौरान इतिहास रच दिया, वो अब फार्मूला टू रेस जीतने वाले पहले भारतीय बन गए है। फार्मूला...
भारतीय ड्राइवर ने रचा इतिहास, बीते रविवार को साखिर ग्रां प्री के दौरान इतिहास रच दिया, वो अब फार्मूला टू रेस जीतने वाले पहले भारतीय बन गए है। फार्मूला टू चैंपियन मिक शूमाकर और डेनियल टिकटुम के खिलाफ भारतीय ड्राइवर जेहान दारूवाला ने रोमांचक मुकाबला खेला। जिसमें 22 साल के ये ड्राइवर सीजन की आखिरी फार्मूला वन ग्रां प्री की सपोर्ट रेस में टॉप पर रहे। रेयो रेसिंग के लिए ड्राइविंग कर रहे जेहान दारूवाला ने ग्रिड पर दूसरे स्थान से शुरूआत की और तब वो डेनियल टिकटुम के साथ थे। टिकटुम ने जेहान को साइड में करने की भरपूर कोशिश की जिससे मिक शूमाकर दोनों से आगे निकल गए। इसके बाद जेहान दोनों से पीछे हो गए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और इसी जीत के ज़ज्बे और संयम को बरतते हुए उन्होंने अपनी पहली एफआईए फार्मूला टू रेस जीत ली।
वे अपने जापानी साथी को पीछे कर के प्रथम आए। जबकि वह केवल जेहान से 3.5 सेकेंड पीछे रहे जबकि टिकटुम तीसरे स्थान पर रहे। वह अपने व्यान में कहते हैं 'मुझे भारत में अपने लोगों को साबित करना था कि भले ही हमारे पास यूरोपियन ड्राइवर्स की तरह सुविधाएं नहीं हों लेकिन जब आप कड़ी मेहनत करेंगे तो ग्रिड के मोड़ पर अच्छी चुनौती दे सकते हैं। इससे इतना तो पता चल गया हार जीत मायनें नहीं रखती बस जीत का जज्बा कितना हैं ये मायनें रखता हैं।
अदिती गुप्ता