टी-20 विश्व कप के इतिहास में इन गेंदबाजों ने एक पारी में किए हैं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
टी-20 विश्व कप 2024 की शुरुआत 1 जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में होने वाला है। वेस्टइंडीज की पिचों पर बल्लेबाजी करना उतना आसान नहीं...
टी-20 विश्व कप 2024 की शुरुआत 1 जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में होने वाला है। वेस्टइंडीज की पिचों पर बल्लेबाजी करना उतना आसान नहीं...
टी-20 विश्व कप 2024 की शुरुआत 1 जून से वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में होने वाला है। वेस्टइंडीज की पिचों पर बल्लेबाजी करना उतना आसान नहीं होगा।ऐसे में स्पिन हो या तेज गेंदबाज वह अपना प्रभाव हर हाल में छोडऩा चाहेंगे। पिछले कुछ सालों में कई गेंदबाजों ने इस टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी है।ऐसे में आइए 1 पारी में उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों पर एक नजर डाल लेते हैं।
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार स्पिनर अजंता मेंडिस के नाम टी-20 विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन का रिकॉर्ड दर्ज है।उन्होंने 2012 के विश्व कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ 4 ओवर में 8 रन देते हुए 6 विकेट झटके थे। इस दौरान उन्होंने 2 मेडन ओवर भी डाल दिए थे।वह विश्व कप के किसी 1 मैच में 6 विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज भी हैं। उस मैच में जिम्बाब्वे को 82 रन से करारी हार मिली थी।
दूसरे स्थान पर भी श्रीलंका के ही दिग्गज स्पिन गेंदबाज रहे रंगना हेराथ हैं।उन्होंने 2014 के ग्रुप-1 मुकाबले में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ 3.3 ओवर में 3 रन देते हुए 5 विकेट अपने नाम किए थे। चटगांव में खेले गए उस मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 119 रन का स्कोर बनाया था।जवाब में हेराथ की धमाकेदार गेंदबाजी के सामने कीवी टीम 15.3 ओवर में 60 रन पर ही सिमट गई थी।
साल 2009 के टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज उमर गुल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 6 रन देकर 5 विकेट झटके थे।उनकी इस खतरनाक गेंदबाजी का ही नतीजा था कि कीवी टीम सिर्फ 99 रन पर पवेलियन लौट गई थी।गुल ने उस मैच में सिर्फ 2 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की थी। उस मुकाबले को पाकिस्तान की टीम ने 6 विकेट से अपने नाम किया था।
टी-20 विश्व कप 2022 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज सैम कर्रन ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ कमाल की गेंदबाजी की थी।उन्होंने 3.4 ओवर में सिर्फ 10 रन खर्च किए थे और 5 विकेट अपने नाम कर लिए थे। उनकी इकॉनमी रेट सिर्फ 2.72 की रही थी।उनकी शानदार गेंदबाजी के कारण अफगानिस्तान की पूरी टीम सिर्फ 112 रन पर पवेलियन लौट गई थी। इंग्लैंड को उस मुकाबले में 5 विकेट से जीत मिली थी।