धनराज पिल्लै की बराबरी पर पहुंचे मिडफील्डर मनप्रीत अपने चौथे ओलंपिक के लिए तैयार
पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस में होने वाला है। खेल के इस महाकुंभ को लेकर भारतीय दल तैयार है। इस बीच भारतीय हॉकी टीम के वरिष्ठ मिडफील्डर...
पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस में होने वाला है। खेल के इस महाकुंभ को लेकर भारतीय दल तैयार है। इस बीच भारतीय हॉकी टीम के वरिष्ठ मिडफील्डर...
पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस में होने वाला है। खेल के इस महाकुंभ को लेकर भारतीय दल तैयार है। इस बीच भारतीय हॉकी टीम के वरिष्ठ मिडफील्डर मनप्रीत सिंह पेरिस में अपने चौथे ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हैं।
यह एक ऐसी उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो उन्हें इस खेल के दिग्गज धनराज पिल्लै के बराबर खड़ा करती है।
अपने चौथे ओलंपिक में खेलने के लिए तैयार, मनप्रीत ने अपनी खुशी और गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “मेरा चौथे ओलंपिक में खेलना एक सपने के सच होने जैसा है। यह मेरे परिवार, कोचों और साथियों के वर्षों की कड़ी मेहनत, समर्पण और अटूट समर्थन का प्रमाण है। धनराज पिल्लै जैसे दिग्गज के नक्शेकदम पर चलना, जो मेरे सहित अनगिनत खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा रहे हैं, शब्दों से परे सम्मान है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं पेरिस में भारत के लिए अपना बेस्ट देने को लेकर उत्साहित हूं, न केवल टीम का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं, बल्कि देश में लाखों प्रशंसकों की उम्मीदों और सपनों का प्रतिनिधित्व भी कर रहा हूं। हमारी टीम दुनिया को भारतीय हॉकी की भावना और ताकत दिखाने के लिए तैयार है।
“हमने कड़ी मेहनत की है, और हम अपने देश को सम्मान दिलाने और अपने देशवासियों को गौरवान्वित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए दृढ़ हैं।”
मनप्रीत ने 2011 में सीनियर टीम में डेब्यू किया। तब से इस मिडफील्डर ने 370 कैप हासिल किए हैं और 27 गोल किए हैं, जिससे मैदान पर उनके कौशल और निरंतरता का पता चलता है।
राष्ट्रीय टीम के साथ उनके सफर में पिछले तीन ओलंपिक खेलों में भागीदारी शामिल है। 2012 लंदन ओलंपिक, 2016 रियो ओलंपिक और 2020 टोक्यो ओलंपिक, जहां उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाया, जो 41 वर्षों में भारत का पहला ओलंपिक हॉकी पदक था।
साथ ही, पेरिस ओलंपिक के लिए टीम की मानसिकता और उम्मीदों के बारे में बात करते हुए मनप्रीत ने कहा, “हम पर कोई दबाव नहीं है। हम हर मैच में अपने प्रदर्शन का आनंद लेने के लिए उत्सुक हैं। हमें किसी भी टीम को कम नहीं आंकना चाहिए, चाहे उनकी रैंकिंग कुछ भी हो। प्रत्येक टीम मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी और हम भी ऐसा ही करेंगे।हमारा ध्यान अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने और एकजुट इकाई के रूप में एक-दूसरे का समर्थन करने पर है।”
“हमारा मानना है कि अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करके और अपना संयम बनाए रखकर हम बेहतरीन परिणाम हासिल कर सकते हैं।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम सोमवार को स्विट्जरलैंड में माइक हॉर्न के बेस के लिए रवाना हुई, जहां वे तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर से गुजरेंगे। इसके बाद, हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम 20 जुलाई को पेरिस पहुंचने से पहले अभ्यास मैचों की एक श्रृंखला के लिए नीदरलैंड जाएगी।
पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए भारत को पूल बी में रखा गया है जिसमें मौजूदा चैंपियन बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड और आयरलैंड शामिल हैं।
क्वार्टर फाइनल में आगे बढ़ने के लिए, टीम को अपने पूल में शीर्ष चार में जगह बनानी होगी। पूल ए में नीदरलैंड, जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका और मेजबान देश फ्रांस शामिल हैं, जो 12 टीमों के एक बेहद प्रतिस्पर्धी पुरुष हॉकी टूर्नामेंट के लिए मंच तैयार करता है।