कोरोना काल में बेहतर काम करने वाले टीचर भी होगें सम्मानित : केजरीवाल
देश 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इस मौके पर इस बार भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार शिक्षकों को सम्मानित करेगी, लेकिन इस बार कुछ खास है। बता दें...


देश 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इस मौके पर इस बार भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार शिक्षकों को सम्मानित करेगी, लेकिन इस बार कुछ खास है। बता दें...
देश 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, इस मौके पर इस बार भी दिल्ली की केजरीवाल सरकार शिक्षकों को सम्मानित करेगी, लेकिन इस बार कुछ खास है। बता दें कि इस बार यह पुरस्कार कोरोना महामारी के दौरान शिक्षकों द्वारा किए गए बेहतरीन काम पर दिए जाएगें।
गौरतलब है कि इससे पहले यह अवार्ड केवल शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर दिए जाते थे। इसके साथ राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए मानदंड़ों में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। अब प्राइवेट स्कूल के टीचर भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। जिसकी जानकारी मनीष सिसोदिया द्वारा दी गई।
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया कहा कि कोरोना के दौरान शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कवारन्टीन सेंटर में ड्यूटी देने से लेकर स्कूलों में राशन बांटने, टीका लगवाने, इंफोर्समेंट सबमें शिक्षकों ने काम किया। जिन्होंने पेंडेमिक की ड्यूटी की, उन्होंने तमाम चुनौतियों के बीच ऑनलाइन क्लासेज भी जारी रखी।
जानकारी के लिए बता दें की तमाम फरंट लाइन योधाओं की ही तरह कोरोना काल में टीचरस ने भी अहम भूमिका निभाई है। सिसोदिया ने कहा कि लोगों के प्रवास के दौरान शिक्षकों ने जिम्मेदारी लेकर बच्चों को दिल्ली में रुकवाया, ऑनलाइन क्लासेज के लिए खुद पैसे देकर बच्चों का मोबाइल रिचार्ज कराया। शिक्षकों ने यह साबित किया कि गोविंद से भी आगे गुरु को रखना है।
शिक्षकों के इसी खास योगदान को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इस साल टीचर्स अवार्ड को खास बनाया है, उन्होंने कहा कि पहले ये एकेडमीक परफॉर्मेंस पर होते थे, 2016 में हमने इसे ग्रैंड फंक्शन में बदला था। साथ ही बताया गया कि अवार्डस की संख्या को 103 से बढ़ाकर 122 अवार्ड कर दिया गया है। इसके साथ पहले 15 साल के अनुभव वाले टीचर्स को ही अवार्ड मिलता था, अब इसे बदलकर 3 साल कर दिया गया है।
नेहा शाह