चार फरवरी से होगा नामांकन
देवरिया। टिकट न मिलने से दुखी भाजपा विधायक कमलेश शुक्ल के पुत्र डा.संजीव शुक्ल ने साफ किया है कि टिकट वितरण में उनके साथ नाईन्साफी हुई है। जिससे उनके...


देवरिया। टिकट न मिलने से दुखी भाजपा विधायक कमलेश शुक्ल के पुत्र डा.संजीव शुक्ल ने साफ किया है कि टिकट वितरण में उनके साथ नाईन्साफी हुई है। जिससे उनके...
देवरिया। टिकट न मिलने से दुखी भाजपा विधायक कमलेश शुक्ल के पुत्र डा.संजीव शुक्ल ने साफ किया है कि टिकट वितरण में उनके साथ नाईन्साफी हुई है। जिससे उनके समर्थकों में न केवल गुस्सा है बल्कि उन पर चुनाव लड़ने का दबाव भी है। रामपुरकारखाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक कमलेश शुक्ल के प्रतिनिधि एवं उनके पुत्र डा.संजीव शुक्ल इस बात से खफा है कि बिना वजह इनके पिता का टिकट काट दिया गया है। जबकि कुशीनगर जिले में एक विधायक की जगह उनके पुत्र को भाजपा का टिकट सौंपा गया है। वही रामपुरकारखाना में उनके बीमार पिता की जगह डा.संजीव शुक्ल को भी टिकट देने का भरोसा दिया था और इसी आश्वासन के चलते डा.संजीव शुक्ल ने अपनी प्रेक्टिस छोड़ विधायक प्रतिनिधि के तौर पर संगठन और क्षेत्र में पूरा समय खपाया था। मगर ऐन वक्त पर नेतृत्व ने इस परिवार को न केवल टिकट से वंचित कर दिया बल्कि कोई खोज खबर भी नही ली। जिससे डा. शुक्ल दुखी है और उन्होने चुनाव लड़ने का इशारा भी किया है। मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बाचतीत करते हुये डा.शुक्ल ने कहा कि पार्टीजनों का उन पर चुनाव लड़ने का दबाव बन रहा है और शीघ्र ही इस बावत वह कोई न कोई फैसला ले लेगें। प्रश्नों के जबाब में डा.शुक्ल ने कहा कि दल और दल के बारे में कार्यकर्ताओं, शुभचिन्तकों से राय परामर्श के बाद ही रणनीति का खुलासा किया जायेगा।
डा.संजीव ने कहा कि हमने बिना भेदभाव के लोगो की सेवा की है और आगे भी समाजसेवा करते रहेगें। श्री शुक्ल जब पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उस वक्त उनके आवास के बाहर भारी संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता चुनाव लड़ने हेतु नारेबाजी कर रहे थे। वही विधायक कमलेश शुक्ल ने पार्टी शीर्ष नेतृत्व को टिकट काटने पर कोसा और कहा कि एक साजिश के तहत टिकट काटने का काम किया गया है। रामपुर कारखाना विधानसभा क्षेत्र की जनता जनार्दन का फैसला अंतिम होगा।