आस्था में विश्वास तो कुछ भी नामुमकिन नहीं

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आस्था में विश्वास तो कुछ भी नामुमकिन नहीं
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चिनहट। राजधानी के चिनहट क्षेत्र में स्थित लोगों की आस्था का केंद्र सिद्धिदात्री छोहरिया माता शक्तिपीठ मंदिर जोकि वर्ष प्रतिवर्ष अपने अनन्य भक्तों के साथ लोगों की आदर्श आस्था का केंद्र बनता चला जा रहा है। दिन सोमवार तारीख 16 मई 2022 को सुबह 5:30 बजे छोहरिया माता मंदिर के महंत एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष लल्ला बाबा जोकि चिनहट से लगभग 12 सौ किलोमीटर दूर स्थित मां वैष्णो देवी का मंदिर जहां के लिए सुबह सुबह रवाना हुए उनके साथ में माता रानी के अनन्य भक्त अरविंद शुक्ला भी पैदल पदयात्रा के लिए गए हुए हैं। हालांकि इसके पहले लल्ला बाबा एक बार सन 1993 में मां वैष्णो देवी के दर्शन हेतु पैदल यात्रा कर चुके हैं उन्होंने बताया कि उस समय उन्हें एक महीना का समय लगा था। लल्ला बाबा ने बताया कि अगर दृढ़ इच्छाशक्ति है आपके अंदर है तो दुनिया का कोई भी कार्य किया जा सकता है उन्होंने मंदिर निर्माण के निमित्त इस यात्रा का प्रायोजन बताया। बताते चलें की 13 मई दिन शुक्रवार को मंदिर के महंत एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष लल्ला बाबा ने हवन पूजन करके मंदिर के जीर्णोद्धार की शुरुआत कर दी उन्होंने बताया कि सुबह 7:30 बजे का मुहूर्त था समय अनुसार मंदिर के भक्तों एवं ट्रस्ट के सदस्यों ने पूजन अर्चन कर मंदिर जीर्णोद्धार की दिशा में पहला कदम बढ़ाया।

मंदिर के महंत लल्ला बाबा ने बताया कि सन 1990 में जीर्णोद्धार होने जा रहा था लेकिन कुछ अराजक तत्वों द्वारा मंदिर के कार्य में रोक तो पैदा की गई लेकिन चिनहट क्षेत्र के अनन्य भक्त तथा माता की अनुकंपा प्राप्त भक्त लल्ला बाबा के कदम डगमगाए नहीं और उन्होंने माता रानी के मंदिर के भव्य निर्माण का सपना अपने मन में संजो लिया और उसी दिशा में अनवरत कार्य करने लगे, और मां की असीम अनुकंपा से लल्ला बाबा का सपना 13 मई सन 2022 दिन शुक्रवार को सुबह 7:30 बजे हवन पूजन के साथ ही जीर्णोद्धार की शुरुआत से पूरा होने की डगर साफ हो गई है। और इसे वो माता रानी का विशेष आशीर्वाद मानते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि बिना मां की कृपा के इस दुनिया में कुछ भी संभव नहीं।

बताते चलें कि चिनहट स्थित छोहरिया माता मंदिर वही मंदिर है जिस पर प्रतिवर्ष निर्धन गरीब परिवारों की कन्याओं की शादी का कार्यक्रम नवरात्र ने आयोजित किया जाता है और साथ ही हजारों भक्तों के लिए लगातार प्रसाद ग्रहण का कार्यक्रम चलता रहता है। फिलहाल लल्ला बाबा लखनऊ उत्तर प्रदेश से मां वैष्णो देवी मंदिर जम्मू के लिए पैदल ही रवाना हो गए हैं जिसकी दूरी लगभग 12 सौ किलोमीटर बताई जा रही है। चिनहट वासियों में बाबा के इस अदम्य साहस को लेकर खासा उत्साह है। साथ ही मां वैष्णो देवी और छोहरिया माता को समर्पित लल्ला बाबा की भक्ति को लोग प्रणाम भी कर रहे हैं।

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