तुलसी हॉस्पिटल मे किया गया जटिल ऑपरेशन
कानपुर। आम तौर पर इंसान का दिल बाई तरफ सीने में होता है लेकिन अगर दाई तरफ हो तो बात हैरान करने वाली होती है, लेकिन लाखो-करोडो लोगों में किसी-किसी में...
कानपुर। आम तौर पर इंसान का दिल बाई तरफ सीने में होता है लेकिन अगर दाई तरफ हो तो बात हैरान करने वाली होती है, लेकिन लाखो-करोडो लोगों में किसी-किसी में...
कानपुर। आम तौर पर इंसान का दिल बाई तरफ सीने में होता है लेकिन अगर दाई तरफ हो तो बात हैरान करने वाली होती है, लेकिन लाखो-करोडो लोगों में किसी-किसी में ऐसा देखने को मिलता है और ऐसे लोगो में यदि कोई मर्ज हो तो सावधानी का स्तर बहुत बढ़ जाता है। ऐसे ही एक शक्स शाहिद ने जब अपने पेट दर्द के लिए डॉ ग्यासुद्द्ीन मोहम्मद को दिखाया तो जाँच में पता चला कि शाहिद उन मे सें एक र्दुलभ व्यक्ति में से है जिनका दिल बाये न होकर दाई तरफ है। इतना ही नहीं, उनके बदन की तकरीबन हर चीजे अपनी जगह न होकर दूसरी तरफ थी। लेजर सर्जन डॉ ग्यासुद्द्ीन मोहम्मद ने बताया कि शाहिद का जिगर (लिवर) और पित्य बाये तरफ था, तिल्ली दाई तरफ थी और अपेंडिक्स बायीं तरफ। जिगर के साथ पित्य में पथरी थी जिसका ऑपरेशन जरुरी था लेकिन आम ऑपरेशन से हट कर ऐसे मरीजों में बहुत सावधानी रखनी पड़ती है।
सारी सावधानी के साथ जाँच के बाद शाहिद का जटिल ऑपरेशन डॉ ग्यासुद्द्ीन मोहम्मद एवं उनकी टीम ने तुलसी हॉस्पिटल मे किया। खास बात यह है कि दो दिन के बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गयी। तुलसी हॉस्पिटल के प्रबंधक शेखर गुप्ता ने बताया कि उनके अस्पताल में इस तरह का दुर्लभ ऑपरेशन पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने लेजर सर्जन डॉ ग्यासुद्द्ीन मोहम्मद एवं उनकी टीम को इस जटिल ऑपरेशन के लिए बधाई दी। शेखर गुप्ता ने बताया कि तुलसी हॉस्पिटल हर नवीन तकनीक सुविधा से लैस जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहता है।
डॉ एखलाख सिद्दिक्की (एनेस्थेटिक) ने बताया कि बेहोशी से पहले ऐसे मरीजों कि मुकमल जाँच जरुरी होती है कही कोई कमी हो तो उसका पूरा ध्यान रखना पड़ता है।
प्रेस वार्ता में मरीज श्रीमान शाहिद, डॉ ग्यासुद्द्ीन मोहम्मद, डॉ एखलाख सिद्दिक्की, डॉ मुबारक, डॉ फिरोज , हॉस्पिटल प्रबंधक अमर शंकर गुप्ता, शेखर गुप्ता, डॉ पुष्पेंद्र यादव, डॉ तैब आदि उपस्थित थे।