टारगेट पर हैं माफिया और गैंगस्टर्स- डीसीपी (ईस्ट)

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टारगेट पर हैं माफिया और गैंगस्टर्स- डीसीपी (ईस्ट)
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कानपुर। कमिश्नरेट पुलिस कानपुर के ईस्ट जोन में माफिया और गैंगस्टर्स टाइप्स लोगों पर अब गाज गिरना तय है। माफिया और गैंगस्टर्स पर कार्रवाई सुनिश्चिित करने के लिये एक योजना के तहत एक्शन होगा। अब 'वो' पुलिस से शिकंजे से बच नहीं नहीं सकेंगे। 'दीनार टाइम्स' के डिप्टी न्यूज़ एडिटर के साथ खास बातचीत में डीसीपी ईस्ट जोन प्रमोद कुमार ने साफतौर पर कहा कि माफिया और गैंगस्टर्स अब उनके टारगेट पर हैं।

डीसीपी ईस्ट ने कहा कि पिछले आठ महीने के कार्यकाल में शांतिपूर्ण ढंग से विधान सभा चुनाव के अलावा महत्वपूर्ण त्यौहार भी सकुशल संपन्न हुये है लेकिन अब सीधा लक्ष्य माफिया और गैंगस्टर्स हैं। उन लोगांे को चिंहित किया जा रहा है, जिन्होंने अल्प समय में अवैध रुप से धन अर्जित करके अकूत जायदाद के मालिक बने हैं। इनके खिलाफ 14/1 की कार्रवाद सुनिश्चिित की जायेगी। ऐसे किसी भी माफिया और गैंगस्टर को बक्शा नहीं जायेगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यूं न हों। कहा कि माफिया और गैंगस्टर्स टाइप के लोग प्राथमिकता पर हैं, उनको हर सूरत में जेल की सिखचों के पीछे जायेगा।

सन् 2015 बैच के आईपीएस अफसर प्रमोद कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के निर्देश पर पूर्वी जोन में कही भी अवैध या पार्किंग को संचालित नहीं होने दिया जायेगा। हमेंशा चर्चा में रहने वाले रमादेवी स्टैंड को खत्म किया जा चुका है। यंहंा कई लोगांे को चिंहित किया गया है, उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चिित की गई है। यहां की गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा सकती है। इसके अलावा नगर निगम से पास वैध स्टैंड्स को भी स्टैमैटिक कराया जायेगा। स्टैंड्स पर अवैध वसूली भी नहीं होने दी जायेगी।

ईस्ट जोन में अतिक्रमण की बाबत चर्चा किये जाने पर डीसीपी प्रमोद कुमार ने कहा कि पूर्वी क्षेत्र महानगर का महत्वपूर्ण एरिया है। पूर्वी क्षे़़त्र में रेलवे स्टेशन से लेकर महत्वपूर्ण सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के अलावा थोक व फुटकर बाजार हैं। इसके अलावा घनी आबादी वाले मोहल्ले जैसे नई सड़क, लाटूश रोड, घंटाघर, शिवाला, हटिया, जनरलगंज, बिरहाना रोड है। अतिक्रमण की समस्या को लेकर पुलिस आयुक्त व मंडलायुक्त भी गंभीर हैं। अतिक्रमण पर काबू पाने के लिये काफी प्रयास हुय हैं, जिसका परिणाम देखने को मिल रहा है। इस बारे में नगर निगम व केडीए के अधिकारियों से भी चर्चा होती रहती है। आने वाले समय में और अच्दे परिणाम देखने को मिलेंगे। कई टारगेट्स अर्पोच की गई हैं और काम भी हो रहा है।

चकेरी थाना क्षेत्र में एक और थाना जाजमउ की सौगात पूर्वी जोन को मिली है। ईस्ट जोन में नया थाना कब तक स्थापित हो जायेगा? उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नरेट कानपुर नगर में शासन ने थाना गुजैनी के लिए 4000 वर्ग गज का प्लाट तात्या तोपे नगर में केडीए द्वारा चिन्हित कर थाने के लिए आवंटित किया है। इसी तरह थाना हनुमंत बिहार के लिए 1800 वर्ग गज समाधि पुलिया पुलिस चौकी गल्ला मंडी के पास तथा थाना जाजमऊ के लिए 7000 स्क्वायर मीटर का एक प्लाट बीमा अस्पताल के बगल ब्लॉक ए प्लॉट नंबर 2 । जाजमऊ में केडीए ने आवंटित किया है। अब बहुत ही जल्द इन स्थानों पर शासन की मंजूरी प्राप्त कर थाने की नई बिल्डिंग आदि का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।

युवाओं के लिये प्रेरणा है प्रमोद कुमार का आईपीएस बनने तक का सफर

कानपुर कमिश्नरेट पुलिस में डीसीपी ईस्ट जोन प्रमोद कुमार का आईपीएस बनने तक का सफर युवाओं के लिये एक प्रेरणा से कम नहीं है। उन्होंने 12वीं क्लास तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से पूरी की और कॉलेज में पढ़ाई के दौरान तीन बार फेल भी हुए लेकिन हौंसला नहीं हारा और अपनी कड़ी मेहनत की दम पर वह आईपीएस अधिकारी बने। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के कुमारगंज गांव में 22 मार्च 1989 को एक मध्यम वर्गीय परिवार में प्रमोद कुमार का जन्म हुआ था। मध्यमवर्गीय परिवार की वजह से तीन बहनों के साथ इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई से लेकर 12 वीं क्लास तक की पढ़ाई दिल्ली के एक सरकारी स्कूल से पूरी की।

आईपीएस प्रमोद कुमार का सपना एक डॉक्टर बनने का था लेकिन 12वीं क्लास के बाद इन्हें सिविल इंजीनियरिंग करने के लिये दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में एडमिशन लेना पड़ा। इंजीनियरिंग की पढ़ाई में मन नहीं लगता था। जिसकी वजह से इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई के दौरान तीन बार फेल भी हुए। जैसे-तैसे अपनी सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।

वर्ष 2011 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल सर्विसिज की तरफ आपका झुकाव हुआ और एक अधिकारी बनने की चाहत लिए इन्होंने तैयारी शुरू कर दी। प्रमोद कुमार ने यूपीएससी की तैयारी के लिये यूनीटेक कंपनी में प्राइवेट नौकरी भी की। प्राइवेट कंपनी में नौकरी के साथ-साथ लाइब्रेरी में कई घण्टे बैठकर सिविल सर्विसिज की तैयारी के लिए पढ़ाई किया करते थे। एक दिन जब प्राइवेट कंपनी में नौकरी के दौरान इनके सीनियर के द्वारा इन्हें डांट दिया गया तो इन्होंने प्राइवेट कम्पनी की नौकरी को भी छोड़ दी और पूरी तरह से सिविल सर्विस की तैयारी पर ध्यान दे दिया।

युवाओं को कभी भी अपने गोल पर से भटकना नहीं चाहिए

आईपीएस प्रमोद कुमार का कहना है कि युवाओं को कभी भी अपने गोल से भटकना नहीं चाहिए। साथ ही आज के समय मे जिस तरह से युवा नशा सहित अन्य गलत आदतों की तरफ आकर्षित होकर अपना भविष्य बर्वाद कर लेते हैं, ऐसे युवाओं को गलत रास्तों की तरफ नहीं भटकना चाहिए। उनका कहना है कि अच्छे दोस्तों का चयन करना चाहिए जो आपको गलत रास्ते मे भटकने से रोक सके। समय का सदुपयोग जीवन में सफलता पाने के लिये बेहद जरुरी है।

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