पुलिस आयुक्त ने कहा - खुराफात करने का प्रयास करने वाले को उसी की भाषा में दें जवाब
कानपुरं। गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन के सभागार में हुई बैठक में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने सभी को मुस्तैद रहने के लिये निर्देशित किया है। पुलिस...
कानपुरं। गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन के सभागार में हुई बैठक में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने सभी को मुस्तैद रहने के लिये निर्देशित किया है। पुलिस...
कानपुरं। गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन के सभागार में हुई बैठक में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने सभी को मुस्तैद रहने के लिये निर्देशित किया है। पुलिस आयुक्त ने साफ कहा कि घटना की जांच के नाम पर किसी भी निर्दाेष को न फंसाया जाए और न परेशान किया जाए, यदि किसी की भी शिकायत मिली तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। सभी पुलिस अधिकारियों, थाना व चौकी प्रभारियों को संबोधित करते हुए पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त पुलिस बल है, उसका इस्तेमाल शांति व्यवस्था कायम करने के लिये बखूबी करें। इसके बाद भी यदि कोई असमाजिक तत्व खुराफात करने का प्रयास करता है तो उसको उसी की भाषा में जवाब देना है। किसी भी खुराफाती को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। पुलिस आयुक्त ने कहा कि सभी थाना और चौकी प्रभारी अपने क्षेत्र में पड़ने वाले धर्म स्थलों के प्रमुख लोगों और संभ्रात व्यक्तियों से जाकर मिलता रहे उनसे संपर्क में रहे। बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी, सहायक पुलिस आयुक्त आनंद कुलकर्णी, सभी जोन के डीसीपी, सभी एसीपी, सभी थाना प्रभारी मौजूद थे।
इधर, पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने एक वीडियो के माध्यम से महानगर में भ्रामक सूचनायें न फैलाने और जनमानस से शहर में अमन-चैन व शांति बनाये रखने की अपील की। पुलिस आयुक्त श्री मीणा ने कहा कि तीन जून को हुई एक घटना से शहर का सामप्रादायिक माहौल खराब हो गया। पुलिस ने अपनी सूझबूझ और कौशल से बिगडे़ हुये माहौल को संभाला और कानपुर एक बार फिर से अमन-चैन की पटरी पर लौटने लगा है। उन्होंने सभी धर्मगुरुओं से अपेक्षा की है कि वो आगे आकर पुलिस का सहयोग करें और सुनिश्चिित करें कि किसी भी क्षेत्र में किसी भी तरह की घटना घटित न हों। साथ ही साथ जो लोग शहर के माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, उनके मंसूबांे पर पानी फेरें, उनको चिंहित करें और ऐसे लोगांे की सूचना पुलिस को दंे।
श्री मीणा ने यह भी कहा कि किसी भी भ्रामक सूचना पर यकीन न करें और अगर कोई भ्रामक या आपत्तिजनक सूचना मिल रहीं है तो उस सूचना को अग्रसारित न करें। फारवर्ड करने वाला भी उस भ्रामक सूचना को प्रसारित करने का भागेदार हो जायेगा। समाज में तरह-तरह की अफवाहें और भ्रामक सूचनायें फैलाई जा रही हैं, इस पर अंकुश लगाये जाने की जरुरत है। सभी को आगे आना होगा, शहर के अमन-चैन को कायम करना होगा और सुनिश्चिित करना होगा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने ने सभी से शहर में शांति और अमन-चैन बनाये रखने का अनुरोध किया।