महानगर की आबोहवा में अब अमन-चैन व शांति
प्रमुख संवाददाताकानपुर। शहर की आबोहवा में हिंसा का जहर घोलने की कुछ तथाकथित लोगों ने भरपूर कोशिश की लेकिन पुलिस की सटीक त्वरित कार्रवाई और गंगा-जमुनी...
प्रमुख संवाददाताकानपुर। शहर की आबोहवा में हिंसा का जहर घोलने की कुछ तथाकथित लोगों ने भरपूर कोशिश की लेकिन पुलिस की सटीक त्वरित कार्रवाई और गंगा-जमुनी...
प्रमुख संवाददाता
कानपुर। शहर की आबोहवा में हिंसा का जहर घोलने की कुछ तथाकथित लोगों ने भरपूर कोशिश की लेकिन पुलिस की सटीक त्वरित कार्रवाई और गंगा-जमुनी तहज़ीब वाले इस शहर के लोगों ने 'उनके' बेजा व निंदनीय इरादों पर पानी फेर दिया। महानगर की आबोहवा में पूरी तरह से अमन-चैन व शांति हमेशा की तरह फिर से दिखने लगी है। बाजारों में रौनक है और लोग बेखौफ है।
सभी धर्म से जुड़े हुये लोगों ने एक स्वर में तीन जून को हुई हिंसा की निंदा की है। दो जून को पुलिस लाइन में हुई बैठक में सभी ने आश्वस्त किया कि अब शहर की आबोहवा में हिंसा का जहर नहीं घुलने देंगे। पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने बैठक में शामिल लोगांे से कहा था कि आप सभी संकल्प ले लें कि शहर में कुछ नहीं होगा तो यकीन मानिए वाकई शहर में कुछ नहीं होगा, अमन चैन कायम करने का यही सबसे बड़ा मूलमंत्र है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि जो सोशल मीडिया माहौल को खराब करने का प्रयास करते हैं आप सभी उसी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके अमन चौन और शांति व्यवस्था के पैगाम पोस्ट करें उस संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का भी प्रयास करें, साथ ही जो गलत और भड़काऊ संदेश वायरल होते हैं उन्हें अपने स्तर पर ही रोकें और इसकी सूचना पुलिस को भी दें।
जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि शहर का नाम बनाने में आप अपना योगदान दें, शहर का अच्छाई में नाम होना या दंगों और हिंसा में बदनाम होना दोनों आपके हाथ में है। शहर में अब तक बहुत दंगे हो चुके है लेकिन औद्योगिक शहर के रूप में अपनी पहचान रखने वाले शहर का नाम अब दंगों से नहीं जुड़ना चाहिए।