कानपुर को देश के पहले प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क की सौगात
कानपुर को देश के पहले प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क की सौगात-दिन पर दिन लगते जा रहे है महानगर की खूबसूरती में चार चांद- बच्चों को बताया जायेगा कि...
कानपुर को देश के पहले प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क की सौगात-दिन पर दिन लगते जा रहे है महानगर की खूबसूरती में चार चांद- बच्चों को बताया जायेगा कि...
कानपुर को देश के पहले प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क की सौगात
-दिन पर दिन लगते जा रहे है महानगर की खूबसूरती में चार चांद
- बच्चों को बताया जायेगा कि प्लास्टिक कितनी हानिकारक होती है
- सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है- सांसद
- इंडिया और एशिया का सबसे बड़ा लूडो पार्क हो सकता है- मंडलायुक्त
कानपुर। महानगर की खूबसूरती में दिन पर दिन चार चंाद लगते जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में शनिवार को मोती झील स्थित कारगिल पार्क में देश के पहले प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क का शुभारंभ हुआ। घरों से निकलने वाले दो हजार किलोग्राम प्लास्टिक वेस्ट से लूडो पार्क का निर्माण किया गया है। अपनी तरह के अनूठे प्लास्टिक वेस्ट लूडो पार्क के उद्घाटन के मौके पर मुख्य अतिथि सांसद देवेंद्र सिंह भोले थे जबकि विशिष्ट अतिथि कानपुर मंडल के आयुक्त डॉ राजशेखर एवं नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन थे।
कानपुर नगर निगम ने इस अनूठे लूडो पार्क का निर्माण किया है। इस पार्क नाम का नाम इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड और एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। जिसका प्रमाण पत्र इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं एशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड के पदाधिकारियों द्वारा कार्यक्रम की समाप्ति पर नगर निगम कानपुर को दिया।
नगर आयुक्त कहा कि भारत सरकार ने एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाया है और हमारे द्वारा तीन-चार दिनों में शहर के सभी समस्त 110 वार्डों में लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक के संबंध में जागरूक किया जा रहा है। जनता को बताया जा रहा है कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक से किस तरह स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को नुकसान होता है उसके प्रति पूरे शहर को जागरूक किया जा रहा है। प्लास्टिक के अल्टरनेटिव को यूज करने के क्रम में कारगिल पार्क में प्लास्टिक वेस्ट को यूज करके एक लूडो पार्क बनाया गया है। पार्क में बच्चों को बताया जायेगा कि प्लास्टिक कितनी हानिकारक है इसके जरिए लोगों को प्लास्टिक ना यूज करने के लिए प्रेरित करेंगेद्य एवं यह भी बतायेगे कि लोगों को प्लास्टिक के स्थान पर स्टिक बैग की बजाय कॉटन बैग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसी तरह प्लास्टिक से बनी चम्मच की जगह बैम्बू स्टिक का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं, प्लास्टिक कप की बजाय कुल्हड़ का इस्तेमाल हो सकता है।
विशिष्ठ अतिथि मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कहा कि एक विशेष पहल को अंजाम देने के लिए प्लास्टिक वेस्ट के जरिए के माध्यम से उपयोगी सामान बनाया जाए या फिर जिससे बच्चे खेल सकते हैं उसी की तहत आज 2000 किलो प्लास्टिक वेस्ट से लूडो गेम बनाया गया है जो कि इंडिया और एशिया का सबसे बड़ा लूडो पार्क हो सकता है।
मुख्य अतिथि सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को बंद करना भारत सरकार की सर्वाेपरि प्राथमिकताओं में से एक है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगो को बताना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक क्या है और प्रतिबंध क्यों जरूरी क्यों है, सिंगल यूज प्लास्टिक यानी प्लास्टिक से बनी ऐसी चीजें, जिसका हम सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर इस्तेमाल कर फेंक देते हैं और जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है. ऐसे प्लास्टिक न तो डिकंपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है. इनके टुकड़े पर्यावरण में जहरी रसायन छोड़ते हैं, जो इंसानों और जानवरों के लिए खतरनाक होते हैं. इसके अलावा, सिंगल यूज प्लास्टिक का कचरा बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकता है जिससे ग्राउंड वॉटर लेवल में कमी आती है इन बातो की जानकारी देने के लिए जन जागरूकता प्रोग्राम का आयोजन किया गया है।