पुलिस ने पेश किया मानव संवेदना और महिला उत्थान का उल्लेखनीय उदाहरण

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पुलिस ने पेश किया मानव संवेदना और महिला उत्थान का उल्लेखनीय उदाहरण


कानपुर। समय शाम साढ़े बजे और स्थान थाना कर्नलगंज परिसर। यहंा भावुकता के आगोश में आंखें हर किसी की नम। दृश्य की मार्मिकता ही कुछ ऐसी थी। कर्नलगंज सर्किल की पुलिस टीम ने मानव संवेदना और महिला उत्थान का उल्लेखनीय उदाहरण पेश करके हर किसी का दिल जीत लिया। कर्नलगंज सर्किल के पुलिस परिवार ने एक 60 वर्षीया वृद्धा जोकि पिछले तीन सालों से किराये का ई रिक्शा चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही थी, को नया ई रिक्शा खरीदकर भेंट किया।

तीन साल से किराये का ई रिक्शा चलाकर अपना जीविकापार्जन कर रहीं इस महिला ने सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि वह अपने ई रिक्शे की मालकिन भी कभी बन सकती है। पूरे दिन रिक्शा चलाकर हुई कमाई से वह सारे पुलिस परिवार के लिये ढेर सारी मिठाई भी लेकर आई और सभी का स्वादिष्ठ मिष्ठान से उनका मुंह मीठा कराकर अपनी दुआओं से सराबोर किया। इस भावुकता के जश्न के बीच तारा मैडम को पुलिस परिवार की ओर नगद पुरस्कार भी दिया गया।

एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय बताते हैं कि उन्हे यह महिला एक दिन गश्त के दौरान ई रिक्शा चलाते हुये अनायास ही मिली थी। उन्होंने इनके लिये कुछ करने के बारे में सोचा। सच है कि अगर सोच अच्छी हो और इरादे नेक हो तो वह काम अवश्य पूरा होता है। यही इस मामले में हुआ। एसीपी श्री पांडेय ने इस नेक कार्य की योजना के बारे में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा को अवगत कराया। सहृदय श्री मीणा ने इस नेक कार्य को अबिलंब संपन्न करने का आदेश दिया। उधर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने भी हरी झंडी दिखाई। फिर क्या था, एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पाण्डेय ने अपने समस्त थाना प्रभारियों के साथ इस शुभ कार्य को संपन्न कराने के लिये जुट गये। थाना प्रभारी कर्नलगंज बलराम मिश्रा, थाना प्रभारी ग्वालटोली धनंजय सिंह, और थाना प्रभारी कोहना रजनेश ़ित्रपाठी को तो बस एक धुन सी सवार हो गई। एसीपी श्री पांडेंय की इस मुहिम के लिये हर पुलिसकर्मी साथ हो चला। सर्किल के उक्त तीनो थाना प्रभारियों ने भी यह नहीं सोचा था कि मातहतो का समर्थन इस हद तक मिलेगा।

खैर, एसीपी कर्नलगंज कार्यालय के स्टाफ व समस्त थाना स्टाफ के सहयोग से तारा नामक महिला, जोकि मीरपुर थाना क्षेत्र केे तहत रेल बाजार की निवासी हैं। वह पति की मृत्यु हो जाने के बाद आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब होने के कारण किराए का ई-रिक्शा चलाकर अपना और अपनी चार बेटियों का भरण पोषण कर रही हैं। रिक्शा चालन ही उनकी बेटियों की शिक्षा और जीविका का साधन है। एसीपी कर्नलगंज ने अपने समस्त स्टाफ तीनों थाने के सहयोग से उनको नया ई-रिक्शा प्रदान किया ताकि अपनी जीविका सुचारू रूप से चला सके और अपने और अपने बच्चों को शिक्षा दीक्षा दे पायें।

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