हिमाचल प्रदेश: बारिश का तांडव, 166 मौते हुईं, केंद्रीय टीम के गठन का निर्देश
हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इसके मद्देनजर, केंद्र सरकार ने एक बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम का गठन किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि वो आपदा...


हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इसके मद्देनजर, केंद्र सरकार ने एक बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम का गठन किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि वो आपदा...
हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। इसके मद्देनजर, केंद्र सरकार ने एक बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम का गठन किया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि वो आपदा के समय बिना किसी भेदभाव के राज्यों के साथ मजबूती से खड़ी है।
राज्य के कई इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं। मंडी में बीती रात से ही बारिश हो रही है। जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मंडी मनाली मार्ग बंद हो गया है। कई बिजली परियोजनाओं ने डैम से पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नदी नालों के किनारे ना जाने की सलाह दी गई है।
बहुत तेज बारिश का अनुमान
भारतीय मौसम विभाग ने राज्य में बुधवार तक बहुत तेज बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। आंकड़ों के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में तेज बारिश और संबंधित मामलों में अब तक कुल 166 मौते हुई हैं। इनमें 132 लोगों ने बारिश से संबंधित हादसों में और 34 लोगों ने सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाई।
भारी बारिश के कारण कई जिलों में सड़कें बाधित हैं। विशेषकर मंडी और कुल्लू जिलों में इसका असर देखा गया है। यहां 142 सड़कें अवरुद्ध हैं और 26 पावर ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं। खास तौर पर मंडी, कुल्लू और सिरमौर में 40 जल आपूर्ति योजनाएं ठप पड़ी हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और मरम्मत कार्य जारी है।
केंद्रीय टीम के गठन का निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा और उसके असर को देखते एक बहु-क्षेत्रीय केंद्रीय टीम के गठन का निर्देश दिया है। इस टीम में NDMA, CBRI रुड़की, IITM पुणे, भूविज्ञानी व IIT इंदौर के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल को पहले ही भेज दिया गया है। यह अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल राज्य के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रही है।
केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश सहित सभी राज्यों को आवश्यक एनडीआरएफ टीमें, सेना टीमें और वायु सेना की तैनाती सहित सभी प्रकार की रसद सहायता भी प्रदान की है। राज्य में बचाव और राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की कुल 13 टीमें तैनात हैं।