बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना भी है जरूरी: शालिनी

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बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देना भी है जरूरी: शालिनी

शासन के निर्देश पर पूरे प्रदेश में हमारे बच्चे हमारे आंगन उत्सव मनाया जा रहा है जिसमें शिक्षको और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को एक सूत्र में पिरोकर बेसिक शिक्षा के उत्थान के लिए बच्चों की बुनियादी शिक्षा के काम को उत्सव के रूप में मनाया गया।

ब्लॉक संसाधन केंद्र हैदर गढ़ में उप जिलाधिकारी शालिनी प्रभाकर की मौजूदगी में कार्यक्रम का उद्घाटन सरस्वती प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया । मंच संचालन करते हुए आशीष त्रिवेदी द्वारा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

एसडीएम शालिनी प्रभाकर द्वारा बुनियादी शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी और बेसिक एजुकेशन को साथ में काम करने का मंत्र दिया गया। एसडीएम ने कहा कि हमारे एजुकेशन सिस्टम में और जापानी एजुकेशन सिस्टम में बहुत थोड़ा सा अंतर है हमें बच्चों को शिक्षा के पहले उनमें खेल खेल के माध्यम से सीखने और मुखर होने की क्षमता का विकास करना चाहिए साथ ही साथ उनमें संस्कार शिक्षा भी देनी चाहिए जिससे राष्ट्र का निर्माण निहित है। डायट प्राचार्य द्वारा बेसिक एजुकेशन सिस्टम के बारे में बताते हुए प्रतिभागी शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया कि हमें एक कड़ी के रूप में आपस में तालमेल बिठाकर के काम करना चाहिए जिससे कि एजुकेशन सिस्टम बेसिक शिक्षा का विकास हो सके और हमप्रेरणा लक्ष्य को प्राप्त कर सके।

जिससे कि प्रेरक ब्लॉक बनने के साथ-साथ जिला और प्रेरक प्रदेश बनने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके ।

खंड शिक्षा अधिकारी नवाब वर्मा द्वारा अपने उद्बोधन में दोनों मुख्य अतिथियों का स्वागत किया गया और उनके आशीर्वचन के निर्देश पर सभी को शिक्षा के उत्थान के लिए काम करने की बात कही गई ।

इस मौके पर डायट प्रवक्ता राजीव कुमार सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष विवेक कुमार गुप्ता, ए आर पी रतनेश यादव, राम सागर ,आशीष त्रिवेदी ,मदन मोहन वर्मा ,लक्ष्मी खरें, योगेंद्र मिश्रा शैलेंद्र सिंह सहित शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहे।

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