सरोजनी नगर तहसील में उप जिला अधिकारी व तहसीलदार ना मिलने से फरियादी चक्कर लगाने पर मजबूर
राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर तहसील का बुरा हाल है फरियादी न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मस्त है फरियादी तहसील के चक्कर...
राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर तहसील का बुरा हाल है फरियादी न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मस्त है फरियादी तहसील के चक्कर...
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राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर तहसील का बुरा हाल है फरियादी न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक मस्त है फरियादी तहसील के चक्कर लगाते लगाते पस्त है । वहीं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश है कि समस्त अधिकारी उनके यहां आने वाली शिकायतों का शीघ्र निस्तारण कर पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाएं, वही राजधानी लखनऊ जनपद की तहसील सरोजनी नगर में अवस्थाओं का बोलबाला चरम पर है । विगत दीपावली के समय एसडीएम का चार्ज लेने वाले अधिकारी आनंद कुमार सिंह व तहसीलदार पद पर आए अजय कुमार सिंह विगत डेढ़ माह से अधिक समय व्यतीत होने के बाद भी बमुश्किल दो-चार दिन ही न्यायिक कार्य पर रहे ।
इसके साथ ही इन दोनों अधिकारियों का तहसील में आना अन्य कार्यों की व्यस्तता के चलते बहुत कम होता है ।जब भी आते है, कुछ समय बाद ही वापस हो जाते हैं । इन स्थितियों में तहसील आने वाले फरियादियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और फरियादी लगातार चक्कर लगाने को मजबूर है किन्तु यहां पर कोई भी किसी फरियादी की समस्या का निस्तारण करने वाला दिखाई नहीं देता । दिसंबर माह के तीसरे शनिवार को संपन्न हुए संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता भी नायब तहसीलदार कविता ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ था जिसमें आयी 90 शिकायतों में किसी का भी मौके पर निस्तारण नहीं हो सका था। सूत्रो द्वारा बताया गया तहसील में 5-6 वर्ष पुराने वाद लंबित है जिनका निस्तारण नहीं हो पा रहा है । इसके साथ ही 6 माह से अधिक समय से ऐसे वाद लंबित हैं जो निर्विवाद है उनका भी निस्तारण नहीं हो पा रहा । जबकि शासन द्वारा सभी प्रकार के वादों के निस्तारण हेतु समय अवधि निर्धारित है इसके बावजूद निर्धारित समय से कई कई वर्ष अधिक समय से वाद लंबित पड़े हैं ।
तहसील सरोजनी नगर में कार्यरत अधिकांश कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी किसी प्रकार की नियुक्ति नहीं हुई बावजूद इसके तहसील में होने वाले सभी कार्यों का निस्तारण इनके द्वारा सिस्टम से कराया जाता है । कार्यरत कर्मचारियों को यहां पर कार्य करने की अनुमति किसके द्वारा दी गई या इनके कार्य करने का पारिश्रमिक किसके द्वारा किस मद से दिया जाता है, किसी को जानकारी नहीं है । सरोजनी नगर तहसील के अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा पर पानी फेर रहे हैं ।