मगध विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के आवास गोरखपुर में रेड,20 करोड़ गबन का आरोप
गोरखपुर।बिहार के मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास पर बुधवार को पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्पेशल विजलेंस...

गोरखपुर।बिहार के मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास पर बुधवार को पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्पेशल विजलेंस...
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गोरखपुर।बिहार के मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास पर बुधवार को पटना से पहुंची निगरानी विभाग की स्पेशल विजलेंस यूनिट (एसयूवी) की टीम ने रेड की है. प्रो. राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर स्थित आवास, बोधगया स्थित कार्यालय और वहां के सरकारी आवास पर एक साथ टीम ने छापा मारा है. टीम देर शाम तक जरूरी कागजात और अन्य जानकारियां जुटाती रही. आरोप है कि रिश्तेदार की एजेंसी से उन्होंने करोड़ों रुपए की अवैध खरीदारी की है जो टेंडर के नियमों के विरुद्ध है दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग के आचार्य रह चुके प्रो राजेन्द्र प्रसाद गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके है इसके बाद उन्हें इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के सरकारी घर और बाकी ठिकानों पर बुधवार की छापामारी शुरू हो गई. निगरानी विभाग की SVU (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) ने प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर आवास सहित अन्य ठिकानों पर दबिश दी है. इसे निगरानी विभाग की बेहद बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है।
मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ पहले निगरानी विभाग ने केस दर्ज किया और फिर उनके ठिकानों की तलाशी लेनी शुरू कर दी. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के गोरखपुर के तारामंडल रामगढ़ताल इलाके में आजाद नगर पूर्वी स्थित निजी आवास सहित सरकारी आवास और बाकी ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है. इसके पहले स्पेशल विजिलेंस कोर्ट ने मंगलवार को केस के आधार पर सर्च वारंट जारी कर दिया था।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जो केस (संख्या 2/2021) दर्ज किया है. उसमें मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद सिंह, निजी सचिव सुबोध कुमार समेत एक और शख्स पर केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार जितेंद्र कुमार और अन्य के खिलाफ धारा 120 बी, 420 आईपीसी, पीसी एक्ट 1988 समेत अन्य धाराओं में 16 तारीख को केस दर्ज किया गया था. कुलपति राजेन्द्र प्रसाद के ठिकानों के पीछे बड़ी वजह है. उनके ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की तीन टीमों ने छापेमारी की है. इसमें गोरखपुर स्थित पैतृक आवास और बोधगया में दो ठिकाने शामिल हैं. राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 20 करोड़ से अधिक की अवैध खरीदारी का आरोप है. ये खरीददारी उन्होंने मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते की. इस केस में डीएसपी लेवल के अफसर छापेमारी का नेतृत्व कर रहे है।
विशेष निगरानी इकाई को लीड कर रहे डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी चन्द्रभूषण ने बताया कि पटना की एक टीम यहां पर आई है. यहां पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं और पीसी एक्ट में केस दर्ज किया गया है. आईपीसी की धारा 420, 120 बी, करप्शन एक्ट की धाराओं में केस दर्ज हुआ है. ये रेड तीन जगहों पर चल रही है। सरकारी आवास गया, कार्यालय और और गोरखपुर के आवास पर एक साथ रेड चल रही है. बुधवार सुबह से वे लोग यहां रेड पर रहे। डीएसपी के नेतृत्व में 10 लोगों की टीम रेड की। अभी जांच जारी है। अभी आगे कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसके साथ ही बिहार एसटीएफ सहयोग के लिए आई है। इसके अलावा लोकल पुलिस का भी सहयोग मिला है।आरोप है कि कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद ने अपने रिश्तेदार की एजेंसी से करोड़ों की अवैध खरीददारी की है। इस दौरान कुलपति ने निविदा की प्रक्रिया और नियम का घोर उल्लंघन किया है। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि और इलाहाबाद स्टेट विवि प्रयागराज के कुलपति रह चुके हैं। वे रक्षा अध्ययन विषय के आचार्य हैं। साल 2019 में उन्हें बिहार के मगध यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया गया था। इससे पहले वे इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय को कुलपति भी रह चुके हैं. जबकि इससे पहले वे राज्य विश्वविद्यालय के ओएसडी थे। प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद यादव गोरखपुर के रहने वाले हैं। उनके नाम कई शैक्षिक उपलब्धियां दर्ज हैं। इससे पहले वे दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कुलपति रह चुके हैं। राज्य विवि में उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। राजेन्द्र प्रसाद यादव गोरखपुर यूनिवर्सिटी में चार बार चीफ प्रॉक्टर रहे हैं। इसके अलावा वे डीन, रजिस्ट्रार एवं वित्त अधिकारी भी रह चुके हैं। कई सारे शैक्षिक एवं अकादमिक पदों पर कार्य कर चुके हैं।





