मध्य प्रदेश : अब शिवराज के विधानसभा क्षेत्र बुधनी पर सबकी नजर
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद अब हर किसी की नजर संभावित...
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद अब हर किसी की नजर संभावित...
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद अब हर किसी की नजर संभावित उम्मीदवार और आगामी उपचुनाव पर है।
राज्य में अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। वह बुधनी से भी वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में विधायक के तौर पर निर्वाचित हुए थे। कोई भी व्यक्ति एक सदन का ही सदस्य रह सकता है। लिहाजा उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के बाद उपचुनाव होना तय हो गया है। सवाल यही है कि उपचुनाव में भाजपा यहां से किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। कई नेता इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। बुधनी विधानसभा क्षेत्र विदिशा संसदीय क्षेत्र के तहत आता है और दोनों ही भाजपा के गढ़ माने जाते हैं।
इससे पहले राज्य के छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे कमलेश शाह ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। अब वहां भी 10 जुलाई को मतदान होना है । भाजपा ने कमलेश शाह को एक बार फिर उम्मीदवार बनाया तो वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी भी अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। कांग्रेस ने अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
भाजपा ने अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के प्रचार के लिए 35 स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने अमरवाड़ा के लिए दो प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। इसके अलावा बुधनी के लिए भी दो प्रभारी नियुक्त किये जा चुके हैं।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में उपचुनावों का दौर शुरू हो रहा है। अमरवाड़ा में चुनाव कार्यक्रम घोषित हो चुका है तो वहीं आने वाले दिनों में बुधनी विधानसभा क्षेत्र का भी चुनावी कार्यक्रम घोषित हो सकता है। इसके अलावा विजयपुर और बीना से कांग्रेस विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। फिलहाल उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। उनके इस्तीफा देने के बाद वहां भी चुनाव होने तय हैं।