हिमाचल: पोंग बांध का जलस्तर थोड़ा घटा, सभी गेटों से छोड़ा जा रहा पानी
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बने पौंग बांध में जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से 4.5 फीट ऊपर है। हालांकि जलस्तर पहले से थोड़ा घटा है,...


हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बने पौंग बांध में जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से 4.5 फीट ऊपर है। हालांकि जलस्तर पहले से थोड़ा घटा है,...
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी पर बने पौंग बांध में जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से 4.5 फीट ऊपर है। हालांकि जलस्तर पहले से थोड़ा घटा है, लेकिन जब तक यह खतरे के निशान से नीचे नहीं आ जाता, तब तक सभी गेटों से पानी छोड़ा जाता रहेगा। जिससे कांगड़ा जिले के इंदौरा और फतेहपुर उपमंडलों तथा पंजाब के पठानकोट और गुरदासपुर क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा रहेगा।
हालांकि मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों तक हिमाचल प्रदेश के किसी भी ज़िले में बारिश की कोई चेतावनी नहीं है। जिससे भारी बारिश का खतरा काफी हद तक कम हो गया है, लेकिन तबाही के निशान गहरे हैं और वो हर जगह मौजूद हैं। बारिश की गतिविधियों में कमी से प्रशासन को बुरी तरह प्रभावित इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्यों में तेज़ी लाने में मदद मिली है।
व्यास नदी पर पोंग, पंडोह और सतलुज नदी पर भाखड़ा सहित प्रमुख नदियों और बांधों में जल स्तर बढ़ने से पंजाब के पड़ोसी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने का खतरा है। प्रकृति के कहर से मरने वालों की संख्या 350 को पार कर गई है। लगभग 8 हज़ार घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके साथ ही 800 सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मुख्य राजमार्ग भी बंद हैं। जलापूर्ति लाइनें बह गई हैं।