अनुशासन, विकास, सामंजस्य, अधिकार और कर्तव्यों के इर्दगिर्द ही रहकर कालेज को बनाऊंगा रोल मॉडल-नवागत प्राचार्य

  • whatsapp
  • Telegram
  • koo
अनुशासन, विकास, सामंजस्य, अधिकार और कर्तव्यों के इर्दगिर्द  ही रहकर कालेज को बनाऊंगा रोल मॉडल-नवागत प्राचार्य

संत विनोबा पीजी कालेज के नवागत प्राचार्य डा. अर्जुन मिश्र ने कहा है कि संत विनोबा कालेज की ख्याति देवरिया में ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में एक रोल माडल के रूप में जाना जाये यह मेरी पहली प्राथमिकता होगी। वही कालेज में पठन पाठन सुव्यवस्थित ढंग से हो और छात्रों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इस पर मेरा पूरा फोकस रहेगा। श्री मिश्र कालेज में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होने कहा कि मै महाविद्यालय के उन्नयन के लिये अपना सर्वोत्तकृष्ट योगदान देने के लिये तैयार हूॅ। अनुशासन, विकास, सामंजस्य, अधिकार और कर्तव्य इन चार शब्दों के इर्दगिर्द ही मै काम करने की कोशिश करूगॉ। मै चाहता हूॅ कि यहॉ के जो शिक्षक बंधु है उनका उन्नयन हो।

पढ़ाने के अतिरिक्त वे एकाडमी कार्यो में भी संलग्न रहे। इसमें जो भी योगदान होगा मै करने के लिये तैयार रहूॅगा। प्रश्नों के जबाब में डा.मिश्र ने कहा कि यहॉ की लॉ फैक्लटी समेत अन्य समस्याओं का हल करने का पूरा प्रयास किया जायेगा। वही छात्रों के हितों का भी पूरा ध्यान रखा जायेगा। उन्होने कहा कि महाविद्यालय के हित में कड़ा निर्णय लेने में भी मै संकोच नही करूगॉ। मालूम हो कि डा.मिश्र इसके पूर्व सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ़ शिवपति महाविद्यालय में एसो. प्रोफेसर के रूप में तैनात थे। मूल रूप से देवरिया के भागलपुर ब्लाक के बलिया गॉव निवासी डा.मिश्र की राजनीति शास्त्र में काफी पकड़ है। उन्होने हालही में स्थानीय संतविनोबा पीजी कालेज में बतौर प्राचार्य ज्वाईन किया है। इस महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य का पद काफी दिनों से रिक्त चल रहा था। इनके कार्यभार ग्रहण करने से विद्यालय के छात्र छात्राओं ने खुशी की लहर है।

Next Story
Share it