पीले ईंट व घटिया मसाले से हो रहा विद्यालय वालबाउंड्री निर्माण
सरकार लाख दावे कर ले बड़ी बड़ी योजनाओं को गांवों तक पहुंचाकर गांव का विकास करना चाहती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। जनपद के विकासखंड...


सरकार लाख दावे कर ले बड़ी बड़ी योजनाओं को गांवों तक पहुंचाकर गांव का विकास करना चाहती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। जनपद के विकासखंड...
सरकार लाख दावे कर ले बड़ी बड़ी योजनाओं को गांवों तक पहुंचाकर गांव का विकास करना चाहती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। जनपद के विकासखंड बल्हा अंतर्गत ग्राम पंचायत रजवापुर के मजरा ग्राम नान्हूजोत में प्राथमिक विद्यालय का वालबाउंड्री व शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसमें सरेआम पीले घटिया किस्म के ईंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है शौचालय के गड्ढे की गहराई लगभग 4 से 5 मीटर ही रखी गई है। इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा किया तो स्थानीय पत्रकारों की टीम वहां पहुँच कर कैमरे में कैद किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि घटिया से घटिया किस्म के मसाले और कच्ची ईटों से विद्यालय भवन के चहारदीवारी बनाई जा रही है। इस सम्बंध में जब ग्राम प्रधान प्रतिनिधि रजवापुर विजय कुमार वर्मा से फोन द्वारा जानकारी ली प्रधान ने बताया शौचालय का गड्ढे की मानक गहराई 1 मीटर होती है हम 5 मीटर गड्ढा खोदते हैं। अब सवाल यह उठता है कि 1 मीटर गड्ढे में बच्चे कितने दिन शौच करेंगे। पीले ईटों के बारे में प्रधान प्रतिनिध ने कहा जो करना है जाकर कर लो। ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारी व प्रधान विकास के नाम पर निधियों के बंदरबांट करने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। आखिरकार घटिया किस्म के सामग्री से कार्य करने वाले ग्राम प्रधान व जिमीदारों पर क्या आलाधिकारी संज्ञान लेंगें।