मां अचला देवी घाट पर समाजसेवी नैपाली यादव ने लिया संकल्प
नगर के मां अचला देवी घाट का मार्ग करीब 7-8 साल से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। सैकड़ों साल पुरानी मां अचला देवी का मंदिर है जहां हजारों...
नगर के मां अचला देवी घाट का मार्ग करीब 7-8 साल से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। सैकड़ों साल पुरानी मां अचला देवी का मंदिर है जहां हजारों...
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नगर के मां अचला देवी घाट का मार्ग करीब 7-8 साल से पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है। सैकड़ों साल पुरानी मां अचला देवी का मंदिर है जहां हजारों श्रद्धालु दर्शन-पूजन हेतु उस मार्ग से आते हैं। सड़क खराब होने के कारण नाली का पानी सड़क पर बहता रहता है जिससे श्रद्धालुओं में काफी आक्रोश है। क्षेत्र के निवासी सहित कुछ समाजसेवी सैकड़ों बार नगर पालिका, जिला प्रशासन एवं राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव अन्य अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से बराबर गुहार लगाते रहे। आज तक वह सड़क नहीं बन पाया जबकि आश्वासन बराबर मिलता रहा।
ऐसे में श्री लक्ष्मी पूजा महासमिति एवं मां अचला देवी घाट डाला छठ पूजा समिति के अध्यक्ष और सभासद प्रतिनिधि नैपाली यादव ने गुरूवार को छठ पूजा के दिन भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देते हुये जबर्दस्त संकल्प ले लिया। उन्होंने घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं के बीच यह घोषणा किया कि जब तक यह सड़क नहीं बनेगी तब तक मैं अन्न ग्रहण नहीं करूंगा।
इतना सुनते ही जहां लोगों ने उनका हौंसला बढ़ाया, वहीं उन्हें साहस व शक्ति देने के लिये ईश्वर से प्रार्थना भी किया। इस अवसर पर तमाम लोगों की भीड़ एकत्रित रही। बता दें कि समाजसेवी श्री यादव असहाय व लावारिश लाशों का अंतिम संस्कार अपने निजी खर्च से करते हैं तथा कोरोना काल में सैकड़ों ऐसे लोगों का अंतिम संस्कार कराया जिनके परिवार वाले छूने से कतरा रहे थे। इसके अलावा इसके पहले भी श्री यादव मन्दिर, सड़क आदि के निर्माण को लेकर अन्न त्यागने का संकल्प ले चुके हैं।