अप्राकृतिक यौन संबंध ही एड्स का मुख्य कारण: गुलशन नागपाल
सहारनपुर। सामाजिक संगठन जनचेतना मिशन सहारनपुर द्वारा संस्था के स्थापना दिवस पर होटल के सभागार में विश्व एड्स दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।...

सहारनपुर। सामाजिक संगठन जनचेतना मिशन सहारनपुर द्वारा संस्था के स्थापना दिवस पर होटल के सभागार में विश्व एड्स दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।...
सहारनपुर। सामाजिक संगठन जनचेतना मिशन सहारनपुर द्वारा संस्था के स्थापना दिवस पर होटल के सभागार में विश्व एड्स दिवस पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। विचार गोष्ठी में संस्था के संस्थापक एवं चेयरमैन श्री गुलशन नागपाल ने कहा विश्व स्तर पर की गई स्टडी और रिसर्च से पता चला है कि एड्स का मुख्य कारण अप्राकृतिक यौन संबंध है स उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य ने केवल न केवल व्यक्तिगत स्तर पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाए बल्कि इसकी शुरुआत पशुओं से संबंध बनाने के साथ हुई, जिससे एड्स जैसी बीमारी का जन्म हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष सत्येंद्र आहूजा ने कहा कि संस्था का उद्देश्य विचार गोष्ठी के माध्यम से लोगों में एड्स के प्रति जागरूकता पैदा करना है ताकि लोग इसके कारणों को जानकर इसका निवारण कर सकें। पूर्व अध्यक्ष रवि बब्बर ने कहा यह महामारी जरूर है लेकिन यह छुआछूत से नहीं फैलती इसलिए एड्स के रोगियों से मिलने जुलने का परहेज ना करके उनसे सामान्य व्यवहार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि करुणा जैसी महामारी के सामाजिक परिदृश्य में इसकी चर्चा बहुत कम हो गई है लेकिन इसके खतरों से हमें सदैव सावधान रहना चाहिए संस्था के सचिव वीरेंद्र भारती ने कहा के यौन संबंधों के अतिरिक्त रक्त दान देते समय भी होने वाले संक्रमण के प्रति सचेत रहना चाहिए, उन्होंने कहा कि करोना जैसे एड्स भी प्रत्यक्ष रुप से एमेनिटी को प्रभावित करती है। कार्यक्रम में संयोजक गुरविंदर सिंह, हरजीत सिंह, चंद्र गुलाटी ने भी अपने विचार व्यक्त किए स संस्था के स्थापना दिवस के अवसर पर संस्थापक एवं चेयरमैन गुलशन नागपाल ने संस्थापक सदस्यों के रूप में वीरेंद्र भारती एवं रवि बब्बर को संस्था का अंग वस्त्र भेंट कर एवं माल्यार्पण द्वारा स्वागत किया स संस्था अध्यक्ष श्री सत्येंद्र आहूजा ने अगले वर्ष के लिए कार्यकारिणी की घोषणा भी की। कार्यक्रम में प्रमोद सेठ, विकास खरबंदा, रमन चावला, रवि जुनेजा, हरजीत सिंह, अजय चानना, नवीन आनंद इत्यादि विशेष रूपसे उपस्थित है।





