तमाम दिग्गज नेताओं के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, केंद्र को तीन कृषि कानून पर फिर से सोचने की जरूरत।
तमाम अन्य पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बयान आने के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को...
तमाम अन्य पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बयान आने के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को...
तमाम अन्य पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बयान आने के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को अपने तीन कृषि विधेयक पर एक बार पुनः विचार कर लेना चाहिए।
पूरे देश पंजाब हरियाणा यूपी से किसान दिल्ली कूच के लिए पहुंच चुके हैं और अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बॉर्डर की सीमाओं को घेर रखा है दिल्ली सरकार द्वारा निरंकारी समागम में उनके लिए उचित व्यवस्थाएं भी की गई है। किसानों के बाहरी बल को देखने के बाद केंद्र सरकार द्वारा भारी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात की गई हैं जो समय समय पर हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए कार्यवाही भी कर रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि उन्हें वाटर कैनन और आंसू वाली गैस से पीछे करने की कोशिश की जा रही है पर वह अपना मनोबल टूटने नहीं देंगे तथा अपने हक के लिए यूं ही खड़े रहेंगे।
किसानों की मांगों को देखते हुए कल केंद्र सरकार ने किसानों की मुखिया को न्योता दिया तथा उनसे बात करने का प्रस्ताव रखा।
किसानों का कहना है कि प्रस्तावित कृषि विधेयक किसानों के खिलाफ है जिससे उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाएगा पहले वह पास के मंडियों द्वारा एमएसपी के जरिए अपनी उपज को अच्छे दामों पर बेच पाते थे पर नये कानून से उन्हें यह सुविधा नहीं मिल पाएगी तथा उनकी उपज का मूल्य कम लगेगा हालांकि सरकार ने भरोसा दिलाते हुए कहा है कि एमएसपी हमेशा कायम रहेगी। पर किसानों का कहना है कि इससे लिखित रूप से कानून में शामिल किया जाए सिर्फ आश्वासन से हम विश्वास नहीं कर सकते जिसको लेकर आज पूरे देश के किसान राजधानी में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
खबरों की मानें तो पता चल रहा है कि किसानों ने जंतर-मंतर तथा सांसद भवन पर प्रदर्शन करने की नीति बनाई है तथा वह किसी भी वक्त वहां पहुंच सकते हैं। दिल्ली की प्रत्येक सड़कों की सुविधा बढ़ा दी गई है तथा केंद्र सरकार द्वारा किसानों की मुखिया से बात करने की कोशिश लगातार जारी है।
आपको बता दें कि कृषि विधेयकबल्कि सियासत में भी अफरा-तफरी मच चुकी है। तथा आरोपों की बौछार केंद्र सरकार पर की जा रही है। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के बयानों के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट कर अपना एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को कृषि विधेयक पर एक बार फिर से सोचने की नसीहत दी।
नेहा शाह