जाम के झाम में जिला मुख्यालय सुबह बनारस शाम बनारस जहा देखो बस जाम बनारस पर यही चरितार्थ बिल्कुल ठीक बैठता है
वाराणसी जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जहां एक तरफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आगमन है वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से जाम के झाम से निकालने का कोई...


वाराणसी जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जहां एक तरफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आगमन है वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से जाम के झाम से निकालने का कोई...
वाराणसी जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जहां एक तरफ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का आगमन है वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से जाम के झाम से निकालने का कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया गया।सोमवार सुबह जब राज्यपाल बीएचयू से वापस सर्किट हाउस वापस आए तो जिला मुख्यालय पर ऐसा भीड़ लगा जनता जाम के झाम से कराह उठी यह जाम लगभग घंटे भर से ज्यादा देखने को मिला व्यवस्था किस तरफ से रोड को बंद करना जिला प्रशासन में कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है
जिला प्रशासन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई जब जहां एक तरफ सूबे के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल अपने शहर में है वहीं दूसरी तरफ वाराणसी के जिला कार्यालय पर लगा जाम जिससे आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों को झेलना पड़ रहा है। जिला प्रशासन की लापरवाही अगर समय से पहले रूट को डायवर्ट कर दिए होते तो जाम से बचा जा सकता था लेकिन प्रशासन की सक्रियता संदेह के घेरे में स्पष्ट तौर पर देखी जा सकती है जिला मुख्यालय पर फिर तो निष्क्रियता को जाहिर कर रहा है एक तरफ सर्किट हाउस में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बैठक कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ जिला मुख्यालय पर लगातार भीड़ बढ़ती जा रही है जिसको लेकर जिला प्रशासन कोई भी अस्थाई तौर पर विकल्प नहीं निकाल पाया।।