मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के डोर टू डोर सर्वेक्षण में आई तेजी, टीमों ने अब तक लक्षित 3,30,69,010 घरों को कवर किया....
वैश्विक महामारी से रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हर तरीके से प्रयास...


वैश्विक महामारी से रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हर तरीके से प्रयास...
- Story Tags
- YOGI ADITYNATH
- UP
- coronavirus
वैश्विक महामारी से रोकथाम के लिए उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हर तरीके से प्रयास कर रही है। आपको बता दें कि प्रदेश में कोविड-19 परीक्षण टीमों ने राज्य भर में कुल 3 करोड़ से अधिक घरों का दौरा किया है।
उत्तर प्रदेश के सरकारों के निर्देशों के अनुसार इन टीमों ने 5 मई से 12 मई के बीच में जिले के विभिन्न ब्लाक में कुल 3,19,37,797 घरों को कवर किया है, जबकि इस अवधि के लिए लक्षित 3,30,69,010 घरों को कवर किया गया है।
इस दौरान सरकार ने दावा किया कि अब तक मरीजों को 3,74,685 कोविड किट भी बंट चुकी है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने स्वस्थ होने के बाद तुरंत निर्देश देते हुए दल का गठन करके डोर टू डोर सर्वेक्षण करने तथा टीकाकरण की गति बढ़ाने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सकारात्मक मामलों में शीघ्र इलाज को सुनिश्चित करने की क्षमता को दोगुना बढ़ाने का निर्देश दिया।
इस दौरान सरकार ने राज्य में सकारात्मक मामलों की गिरती प्रवृत्ति को बनाए रखने के लिए गांव गांव जाकर वायरस से संक्रमित लोगों का परीक्षण करने से लेकर उपचार तक के अभियान में तेजी लाई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कई गांव में युद्ध स्तर पर जांच की जा रही है। जिसके बाद रोगियों का पता लगने पर उन्हें तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है।
नेहा शाह