ग्लोबल टेंडर के माध्यम से चार करोड़ वैक्सीन 8 करोड़ रुपए में खरीदेगी उत्तर प्रदेश सरकार....
कोरोनावायरस की दूसरी लहर से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगभग सारे प्रयास कर रही है। सरकार ने कोविड-19 टीकों की चार करोड़ डोज लेने के लिए ग्लोबल...


कोरोनावायरस की दूसरी लहर से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगभग सारे प्रयास कर रही है। सरकार ने कोविड-19 टीकों की चार करोड़ डोज लेने के लिए ग्लोबल...
कोरोनावायरस की दूसरी लहर से लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगभग सारे प्रयास कर रही है। सरकार ने कोविड-19 टीकों की चार करोड़ डोज लेने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया है। जिसमें उत्तर प्रदेश में लगभग सबसे पहले अपना दांव चला है। परंतु टेंडर खुलने के बाद ही वैक्सीन के रेट का पता चलेगा लेकिन राज्य सरकार ने अनुमान लगाया है कि इस सौदे पर तकरीबन 8000 करोड रुपए का खर्चा होगा। गौरतलब है कि महामारी से बचाव के लिए सबसे पहला और कारगर तरीका वैक्सीनेशन ही देखा जा रहा है। जिसके लिए राज्य सरकार देश विदेश से मोटे आर्डर लेने के लिए नजरे जमाए बैठी है
आपको बता दें इस वायरस को लोगों को सुरक्षित करने के लिए सरकार ने जैसे ही 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग को पहली मई से वैक्सीन लगाने का एलान किया उत्तर प्रदेश सरकार ने उसका समर्थन करते हुए दिशा में तैयारी शुरू कर दी। उत्तर प्रदेश में 18 से 44 आयु के लोगों की संख्या 9.28 करोड़ है। जिसके लिए भारत बायोटेक और सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को वैक्सीन के 50 लाख डोज देने का आर्डर दिया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन ने चार करोड़ वैक्सीन की आपूर्ति के लिए 7 मई को ग्लोबल टेंडर जारी किया था।
अब ग्लोबल टेंडर लेने के लिए ऑनलाइन माध्यम का प्रयोग किया जा रहा है। ग्लोबल ई टेंडर के संदर्भ में बुधवार को वर्चुअल माध्यम से हुई फ्री बिड कॉन्फ्रेंस में फाइजर, रूसी वैक्सीन स्पूतनिक 5 के निर्माता की लोकल पार्टनर डॉ रेड्डी लैब, जायडस कैडिला, दक्षिण कोरिया की एक फर्म, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। फाइजर की ओर से बताया गया की फर्म को भारत में वैक्सीन प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमोदन प्राप्त नहीं हुआ है।
नेहा शाह