उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को लुभाने के लिए राजनीतिक प्रयास जारी

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को लुभाने के लिए राजनीतिक प्रयास जारी

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में होने वाले हैं जिसको लेकर के सभी राजनीतिक पार्टियां जाति विशेष को लुभाने के लिए अपने कद्दावर नेताओं को धरती पर उतार रही है। जाति विशेष को लुभाने के लिए चुनाव के मुद्दे से इस समय लगभग सभी पार्टियां ब्राह्मणों पर विशेष ध्यान देती नजर आ रहे हैं।


गौरतलब है कि कुछ समय पहले तक उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण उपेक्षा और उत्पीड़न की शिकायतें लगातार सामने आ रही थी। और विपक्ष द्वारा लगातार दावे किए जा रहे थे कि भाजपा सरकार यूपी में आने के बाद से लगभग दर्जनों ब्राह्मण मारे गए। इतना ही नहीं विपक्ष इस कदर राजनीति में जुट गया कि विकास दुबे जैसे गैंगस्टर को भी महान योद्धा जैसे शब्दों से सम्मानित करने लगा। बता दें कि विकास दुबे हिस्ट्रीशीटर कानपुर का रहने वाला गैंगस्टर था जिसे एनकाउंटर के दौरान मारा गया।


गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए बसपा द्वारा आयोजित किए गए ब्राह्मण सम्मेलन में आए भीड़ को लेकर के जीत का दावा प्रस्तुत किया था। बता दें कि कांग्रेस किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने का विकल्प सोच रही है। परंतु भाजपा ने आज से करीब 2 महीने पहले ही कांग्रेस के सबसे युवा नेता जितिन प्रसाद को अपने खेमे में शामिल कर लिया है। जो ब्राह्मणों को लुभाने की राजनीति को बखूबी बयां करता है।


आपको बता दें कि संपूर्ण उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की आबादी 12% है और कई विधानसभा क्षेत्रों में उनका वोट शेयर 20% से अधिक भी रहा है। 2017 के बाद से ही ब्राह्मण समुदाय के अंदर यह आवाज तेजी से उठने लगी थी कि वह उत्तर प्रदेश में अपना दबदबा खो रहा है और योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से उसे दरकिनार किया जा रहा है।


इतना ही नहीं आपको बता दें कि जनता को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी ने दावा प्रस्तुत करते हुए कहा कि पिछले 4 वर्षों में योगी आदित्यनाथ की सरकार के दौरान तकरीबन 500 से अधिक ब्राह्मण मारे गए हैं।


आपको बता दें कि यूपी में 53 सदस्यीय कैबिनेट में नौ ब्राह्मण हैं, लेकिन केवल दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा और ब्रजेश पाठक के पास महत्वपूर्ण विभाग हैं, जो कि क्रमशः माध्यमिक और उच्च शिक्षा, ऊर्जा और विधि विभाग संभालते हैं। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि इस बार उत्तर प्रदेश का ब्राह्मण किस सरकार को अधिक महत्व देता है।


नेहा शाह


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