ईडी के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने लिया VRS, BJP के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
ईडी के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने लिया VRS, BJP के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
ईडी के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने लिया VRS, BJP के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
- Story Tags
- UP News
पांच राज्यों की चुनावी तारीखों का ऐलान होते ही अधिकारियों के VRS (एच्छिक सेवा निवृत्ति) लेने की खबरें आने लगी हैं , कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने जहां 8 जनवरी को अपने VRS आवेदन और बीजेपी में शामिल होने के बारे में बताया, वहीं अब खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) के VRS को स्वीकार कर लिया गया है।
लखनऊ में तैनात रहे राजेश्वर सिंह ने पिछले साल अगस्त में यह आवेदन किया था, मीडिया में खबरें हैं कि राजेश्वर सिंह आगामी यूपी चुनाव में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं, हालांकि, अभी तक इस संबंध में राजेश्वर सिंह की तरफ से कुछ कहा नहीं गया है।
असीम अरुण की ही तरह राजेश्वर सिंह भी काफी हाई प्रोफाइल अधिकारी रहे हैं, असीम अरुण जहां एक तरफ देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा में तैनात रहे और ISIS के आतंकवादी सैफुल्ला के एनकाउंटर से चर्चा में आए, वहीं राजेश्वर सिंह ने सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से जुड़े मामलों में कार्रवाई के जरिए सुर्खियों में रहे।
उनके खुद के ऊपर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगे, आरोपों पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी हुई. राजेश्वर सिंह कॉमनवेल्थ गेम्स, टू जी स्पेक्ट्रम और कोयला घोटाले जैसे मामलों की जांच में भी शामिल रहे हैं।
पुलिस सेवा से ईडी में शामिल
राजेश्वर सिंह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के पखरौली के रहने वाले हैं, उनके पास बी.टेक की डिग्री है ,साथ ही साथ राजेश्वर सिंह ने पुलिस, मानवाधिकार और सामाजिक न्याय विषय में पीएचडी की है। साल 1996 बैच के PPS अधिकारी (Provisional Police Service) होने के साथ-साथ वो यूपी पुलिस के अधिकारी के तौर पर भी काम कर चुके हैं. साल 2009 में वो प्रवर्तन निदेशालय में शामिल हुए।
छह साल बाद यानी 2015 में उन्हें स्थाई तौर पर ईडी के कैडर में शामिल कर दिया गया, फिर वो ईडी लखनऊ जोन के संयुक्त निदेशक भी बनाए गए. ईडी में शामिल होने के बाद ही उनका नाम हाई प्रोफाइस मामलों से जुड़ता चला गया।