लिंचिंग पर बोले मोहन भागवत, यह भारत की उत्पत्ति नहीं !
अंकिता सिंह-राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर, महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस पथ संचलन मार्च में शिरकत की। उन्होंने...
अंकिता सिंह-राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर, महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस पथ संचलन मार्च में शिरकत की। उन्होंने...
अंकिता सिंह-
राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा के मौके पर, महाराष्ट्र के नागपुर में आरएसएस पथ संचलन मार्च में शिरकत की। उन्होंने शस्त्र पूजन के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित किया। संबोधन के दौरान मोहन भागवत ने कई ऐसी बातों पर जोर दिया जो हमारे देश के गौरव को बढ़ाने के पक्ष में थी। भागवत ने कहा कि लिंचिंग भारत की उत्पत्ति नहीं है । यह शब्द पश्चिमी देशों से लाया गया है,साथ ही इसे लाभ के लिए भारत में प्रयोग करना भारत की गरिमा को कम करता है ।साथ ही उन्होंने लिंचिंग को एक प्रकार का षड्यंत्र कहा।आपको बता दें संबोधन के दौरान कश्मीर से 370 हटाए जाने पर उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह की सराहना करनी चाहिए। उन्होंने इतना कठिन कदम उठाया ।साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में और देश हित के लिए कठोर से कठोर फैसले लेने में सक्षम है। साथ ही उन्होंने ISRO द्वारा भेजे गए चंद्रयान 2 की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि बेशक chandrayaan-2 का सफर पूर्ण रूप से सफल नहीं रहा, लेकिन यह प्रयास सराहनीय है। लिंचिंग को लेकर मोहन भागवत ने एक बार फिर कहा कि स्वयंसेवकों का नाम भी इसमें शामिल कर लिया जाता है उन्होंने इस बात को साफ करते हुए कहा कि हमारा काम शांति फैलाना है अशांति नहीं।