महा राणा प्रताप की मृत्यु पर अकबर की प्रतिक्रिया
अकबर की उस समय की मनोदशा पर अकबर के दरबारी दुरसा आढ़ा ने राजस्थानी छन्द में जो विवरण लिखा अस लेगो अणदाग पाग लेगो अणनामी गो आडा गवड़ाय जीको बहतो घुरवामी नवरोजे न गयो न गो आसतां नवल्ली न गो झरोखा हेठ जेठ दुनियाण दहल्ली गहलोत राणा जीती गयो दसण मूंद रसणा डसी निसा मूक भरिया नैण तो मृत शाह प्रतापसी