इडली की शुरुआत

हर साल, विश्व इडली दिवस (World Idli Day 2021) 30 मार्च को मनाया जाता है। ये दिन पहली बार 2015 में चेन्नई के इडली कैटरर एनियावन के जरिए मनाया गया था।
17वीं सदी में उड़द दाल के साथ पहली बार चावल का किया गया प्रयोग
17वीं सदी के बाद लोगों ने पाया कि यदि उड़द दाल में चावल मिला दिया जाए तो इसका फरमेंटेशन तेजी से होता है और इसके पकने की प्रक्रिया तेज हो जाती है. ऐसे में धीरे धीरे इस आहार में चावल का प्रयोग किया जाने लगा. इस तरह हमारी आज की इडली अस्तित्‍व में आ गई.
भरवां इडली
इस इडली के नाम से पता चलता है, ये मूंग दाल, हरी मिर्च और मसले हुए आलू के साथ भरवां है, और एक हेल्दी डिश है. इसे नाश्ते में परोसना बेहद सही है
रवा इडली
ये इडली गहरी तली हुई होती है और नारियल और पुदीने की चटनी के साथ परोसी जाती है. ये एक परफेक्ट हॉट और मसालेदार स्वाद वाला होता है, जो आपका दिन बना देगा.
ओट्स इडली
ओट्स एक व्यक्ति के लिए एक स्वस्थ भोजन है और ये इडली का एक बहुत ही पौष्टिक रूप है और ये आपको बेहतर जीवन शैली के लिए चयन करने में भी मदद करेगा.
मूंग दाल इडली
ये इडली मूंग और चावल के मिश्रण से बनाई जाती है जिस पर हरी मिर्च, सरसों और प्याज के साथ छिड़का जाता है. इसे सांभर और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है.
कांचीपुरम इडली
ये इडली रवा और चावल के साथ बनाई जाती है और इसे सभी स्वस्थ पोषक तत्वों से भरा जाता है. इसे घी और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है, जो इसे और भी शानदार भोजन बनाती है.
पहली बार कहां बनी थी इडली
आप में से बहुत लोगों को लगता होगा कि इडली एक भारतीय डिश है। लेकिन ऐसा नहीं है। इडली सबसे पहली बार इंडोनेशिया में बनाई गई थी। ये वहीं से भारत में आई है। इडली शब्द की उत्पत्ति 'इडलीग' से हुई थी।