2020 में केंद्र सरकार अपनी सबसे बहुप्रतीक्षित परियोजना और इच्छा राम मंदिर के निर्माण के लिए कटिबद्ध दिखाई देती है इसके लिए मोदी सरकार ने राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन किया है जो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से जाना जाएगा।
इस ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या 15 होगी और उनमें से एक ट्रस्टी अनिवार्य रूप से दलित होगा इस ट्रस्ट में रहने वाले सभी लोगों का हिंदू होना जरूरी है।इसके अलावा केंद्र सरकार में उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया था कि मस्जिद के लिए जमीन दी जाए उत्तर प्रदेश सरकार ने मस्जिद के लिए भी 5 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है जो मुसलमानों को दे दी गई है।
अयोध्या को लेकर केंद्र सरकार की और राज्य सरकार की कई सारी योजनाएं हैं इनमें सबसे महत्वपूर्ण अयोध्या को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने को लेकर है।
अयोध्या में देश विदेश के नागरिक जब राम मंदिर को देखने के लिए आएंगे तब उन्हें जिस तरह की सुविधाओं की जरूरत होगी उसके निर्माण के लिए सरकार को अभी से लग जाना चाहिए जिससे विदेश से आने वाले और देश के नागरिकों को अयोध्या में रहने खाने और घूमने फिरने में कोई परेशानी ना हो |
भारत सरकार अयोध्या नगरी को एक ऐसे केंद्र के रूप में विकसित करें जो भारतीय संस्कृति का प्रतीक हो और जिस का परचम पूरे विश्व में लहरा सके।