कांग्रेस,सपा ,बसपा व अन्य पार्टियों ने किया एक राष्ट्र एक चुनाव का बहिष्कार
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में माया और ममता का न आना अपेक्षित था पर कांग्रेस का शामिल न होना एक अच्छा संकेत नहीं है | प्रधानमंत्री मोदी ने सदन को सम्बोधित करते हुए कहा था की वो विपक्ष की हर बात का ख्याल रखेंगे पर जब विपक्ष ही उनकी बातो का ख्याल नहीं रख रहे है तो एक तरफ़ा प्यार कब तक चलेगा ये देखने की बात है |
विशेषज्ञों का मानना है की कांग्रेस ने फिर से लोकसभा चुनाव में की गयी गलतियों से सबक नहीं लिया | एक देश एक चुनाव की बैठक में भाग न लेकर उन्होंने जनता के बीच अच्छा संदेश नहीं भेजा |