यूके संसद भवन उड़ाने की धमकी,पुतिन के साथी ने कहा- कोई दिक्कत ही नहीं

Update: 2023-02-13 06:33 GMT



व्लादिमीर सोलोवयोव जो की रूस की सरकारी मीडिया के होस्ट और व्लादिमीर पुतिन के करीबियों में गिने जाने वाले शख़्स हाल ही में एक शो के दौरान जनता से ब्रिटेन की संसद पर हमले से जुड़े सवाल पूछते सुने जा सकते हैं। उनका यह वीडियो यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एंटॉन गेराशसेंको की तरफ से अंग्रेजी सबटाइटल्स के साथ साझा किया गया है। रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच युद्ध शुरू हुए लगभग एक साल पूरे होने वाला है।

इस बीच इस जंग का पलड़ा कभी रूस तो कभी यूक्रेन की ओर झुका दिखता है। हालांकि, ज्यादातर समय रूस ने ही अपनी आक्रामक क्षमता से यूक्रेन को नुकसान पहुंचाया है। इसके बावजूद पश्चिमी देशों की मदद से यूक्रेन भी समय-समय पर पलटवार करने में सफल रहा है। अब इस मदद पर रूस की निगाहें भी टेढ़ी हो रही हैं। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक करीबी साथी ने यूक्रेन के मददगारों को तबाह करने का जिक्र करते हुए ब्रिटेन की संसद पर हमले तक की मांग कर डाली।

ताजा जानकारी के अनुसार, यूक्रेन के पूर्व में कब्जा करने की नीयत से रूसी सेना ने यूक्रेन के शहरों पर गोलीबारी करना जारी रखा है। यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि कुछ शहरों में रूसी सैनिकों के लगातार हमलों से आम लोगों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार सुबह निकोपोल शहर में रूसी गोलाबारी से एक आम यूक्रेनी की मौत हो गई जबकि, कुछ घायल हो गए।

यूक्रेन में आंतरिक मामलों के मंत्री के सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने अपने ट्विटर हैंडल पर सोलोविओव का वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह कह रहा है कि हम इतना इंतजार क्यों कर रहे हैं? यूक्रेन को मदद पहुंचाने वाले ब्रिटेन की संसद पर हम हमला क्यों नहीं कर देते? वीडियो में व्लादिमीर सोलोवोव ने अपने शो के एक सेगमेंट के दौरान दर्शकों से ऐसा पूछ रहा है। रूस की सरकारी मीडिया लगातार पश्चिम देशों पर हमलावर रही है। सोलोविओव वीडियो में कह रहा है, "पश्चिम देश यूक्रेन को रूसी आक्रमण के खिलाफ सक्षम बना रहे हैं। इसलिए हमे ब्रिटेन पर हमला करना चाहिए। नहीं, नहीं, नहीं केवल सैन्य लक्ष्यों पर। चलो ठीक है, संसद में भी।"

उन्होंने मांग की है कि अब हमले को यूक्रेन के आगे भी बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा , 'नाजी विचारधारा वाले देश रूस के खिलाफ इकट्ठा हो गए हैं। अब इस मुद्दे पर गंभीर होने की जरूरत है। क्या आपको ऐसा लगता है कि कोई रेड लाइन नहीं है। चलिए उन्हें दिखाते हैं कि ऐसा नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि हम स्ट्राइक करें।' इस बीच यूक्रेन ने कहा है कि रूसी सैनिकों के मरने की संख्या फरवरी के पहले हफ्ते में अब तक सबसे ज्यादा है। यूक्रेन के डेटा के मुताबिक 824 रूसी सैनिक फरवरी महीने में हर रोज मर रहे हैं।उन्होंने आगे कहा, 'ठीक है, अगर हम हमला करते हैं तो वह क्या करेंगे।

यूक्रेन को वह और विमान देंगे, जिससे वह रूस के काफी अंदर तक हमला कर सकें। कोई बात नहीं हैं, वैसे भी वह क्रीमिया को रूस का हिस्सा नहीं मानते।' उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'अब आपको यह तय करना है कि रूस आपके लिए क्या है।' उन्होंने कहा कि जो लोग रूस के हिस्सों को नहीं मानते उस हिसाब से हम इंग्लैंड को नहीं मानते, फ्रांस और जर्मनी को भी नहीं मानते।

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