महाराष्ट्र में मंदिर ना खुलने पर बोले अन्ना हजारे- शराब की दुकानों के बाहर लंबी कतार फिर मंदिर क्यों है बंद

Update: 2021-08-29 12:09 GMT


सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने राज्य में मंदिरों को फिर से नहीं खोलने के महाराष्ट्र सरकार के रुख पर सवाल उठाया और कहा कि अगर मंदिरों पर से प्रतिबंध हटाने के लिए आंदोलन किया जाता है तो वह उसे अपना समर्थन देंगे।


आपको बता दें कि अन्ना ने एमवीए सरकार के मंदिरों को फिर से खोलने से इनकार करने पर सवाल उठाया और इसके लिए उन्होंने शराब की दुकानों के बाहर लगी लंबी कतार की ओर इशारा करते हुए सरकार पर कटाक्ष किया।


इस दौरान अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव में शनिवार को हजारे ने कहा कि मंदिरों को फिर से खोलने की मांग करने वाले कुछ लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की थी।


इतना ही नहीं उन्होंने कहा कहा की राज्य सरकार मंदिर क्यों नहीं खोल रही है? लोगों के लिए मंदिर खोलने में राज्य सरकार को क्या खतरा दिखता है? अगर कोविड-19 कारण है, तो फिर शराब की दुकानों के बाहर बड़ी कतारें क्यों हैं।

उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को अपने समर्थन का आश्वासन दिया और उनसे कहा कि अगर वे मंदिरों को फिर से खोलने की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे तो वह उनके साथ रहेंगे।

इस दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे की सरकार को कटाक्ष में लेते हुए कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस की स्थिति में सुधार को देखते हुए कई क्षेत्रों को फिर से खोल दिया और पूरी तरह से टीका लगाने वाले लोगों को मुंबई में लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी गई है।

गौरतलब है कि राज्य सरकार अभी भी कोरोना वायरस के प्रसार के डर से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने से कतरा रही है, खासकर जब महामारी की तीसरी लहर का अनुमान लगाया जा रहा है। विशेष रूप से, विपक्षी भाजपा मांग करती रही है कि लोगों के लिए मंदिर फिर से खोले जाएं।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़ों के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस के 4,831 नए मामले आए और 126 मौतें हुईं, जिससे राज्य में संक्रमण की कुल संख्या 64,52,273 हो गई और मरने वालों की संख्या 1,37,026 हो गई।

नेहा शाह

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