केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को राज्यसभा में सदन का नेता नियुक्त किया गया है। वह थावरचंद गहलोत की जगह लेंगे जिन्हें कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ नेता थावर चंद गहलोत जो कर्नाटक के नए राज्यपाल हैं, उनके इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया। केंद्रीय मंत्री गोयल की नियुक्ति संसद के मानसून सत्र से पहले हुई है जो 19 जुलाई से शुरू होगा और 13 अगस्त को समाप्त होगा।
बता दें कि भाजपा ने यह फैसला बड़ा ही सोच समझ कर लिया है। चूंकि भाजपा मानसून सत्र में कई अहम बिलों को पारित कराने की कोशिश करेगी। ऐसे में उन्हें विपक्षी दलो के साथ की जरूरत होगी और पीयूष गोयल का विपक्षी दलों के साथ संबंध अच्छा है। ऐसे में मोदी सरकार की राह आसान हो सकती है। सरकार ने संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया है। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है. सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करने के लिए इस तरह की सर्वदलीय बैठकें सत्र आरंभ होने से पहले बुलाई जाती हैं। मानसून सत्र 19 जुलाई को आरंभ होगा और 13 अगस्त को उसका समापन होगा।