पुलिस स्मृति दिवस पर गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जिन जवानों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है उनके सपनों को ये देश भूलेगा नहीं। हमारे जवान कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से किबिथू तक देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। -50 से +50 डिग्री तापमान तक में पूरी दृढ़ता से अपने कत्तव्यों का पालन कर रहे है ताकि देशवासी सकून से सो सकें। 22 अक्टूबर से लेकर 30 अक्टूबर तक पुलिस के अलग-अलग बल राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देगें। वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक देश को समर्पित किया था ताकि देशवासी हमारे जवानों के बलिदान और उनके शौर्य को हमेशा याद रखें।
21 अक्टूबर को हर साल पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिसकर्मियों के बलिदान को याद किया जाता है और उन्हें सम्मानित किया जाता है। 21 अक्तूबर, 1959 को लद्दाख के हॉट स्प्रिंग क्षेत्र में सशस्त्र चीनी टुकड़ी द्वारा घात लगाकर किए हमले में पुलिस के 10 वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन बलिदानियों एवं ड्यूटी के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले अन्य सभी पुलिसकर्मियों की स्मृति में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।