भारत और सिंगापुर के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर दिया गया जोर
सिंगापुर के राष्ट्रपति थरमन शनमुगरत्नम ने कल शाम नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के साथ विस्तृत चर्चा की। चर्चा में भारत और सिंगापुर के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि सिंगापुर भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए इसके दृष्टिकोण का प्रमुख स्तंभ है। उन्होंने कहा कि साझा इतिहास और विश्वास तथा आपसी सम्मान पर आधारित मित्रता की दीर्घकालिक परंपरा के साथ, भारत-सिंगापुर सहयोग को हाल के वर्षों में और गति मिली है। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि जैसे-जैसे भारत दुनिया की तीसरी सबसे बडी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, दोनों देशों के बीच बढती साझेदारी उनके लागों के लिए बहुत लाभकारी होगी।
बैठक के दौरान, दोनों राष्ट्र अध्यक्षों ने भारत और सिंगापुर के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक संयुक्त लोगो का अनावरण किया। इस लोगो में दोनों देशों के झंडों और उनके राष्ट्रीय फूलों के रंग शामिल हैं, जो स्थायी मित्रता, आपसी विश्वास और साझा मूल्यों के प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रपति शनमुगरत्नम से मुलाकात की, जहां उन्होंने द्विपक्षीय साझेदारी की व्यापक समीक्षा की और आपसी हितों के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर वैचाारिक आदान-प्रदान किया। उन्होंने सेमीकंडक्टर, डिजिटलीकरण, कौशल और कनेक्टिविटी जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों पर भी चर्चा की।
सिंगापुर के राष्ट्रपति भारत की पांच दिन की यात्रा पर हैं। यह उनकी पहली भारत यात्रा है। वे आज से दो दिनों के लिए ओडिशा के दौरे पर रहेंगे।