उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि भारत सदैव वैश्विक शांति, वैश्विक बंधुत्व और वैश्विक कल्याण में विश्वास करता है। श्री धनखड़ ने नई दिल्ली में आज इंडिया फाउंडेशन के कौटिल्य फेलो विद्यार्थियों के साथ बातचीत में ये बात कही।
उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि कौटिल्य के विचार शासन में एक ग्रंथ के रूप में हैं। यह शासन कला, सुरक्षा, राजा की भूमिका और निर्वाचित लोगों सहित शासन के हर पहलू के लिए विश्वकोष है। श्री धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौटिल्य के दर्शन को व्यवहार में उतारा है। उन्होंने राष्ट्रीय कल्याण के लिए व्यक्तियों के योगदान पर बल दिया।
श्री धनखड़ ने कहा कि एक राष्ट्र की पहचान शिष्टाचार और अनुशासन से होती है। सत्ता और शासन के मूलभूत सिद्धांतों के बारे में उपराष्ट्रपति ने कहा कि सत्ता सीमाओं से परिभाषित होती है।