प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 122वीं कड़ी में योग, आयुर्वेद और फिटनेस को लेकर देशवासियों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि आगामी 21 जून को मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस इस बार भी देश-विदेश में उत्साह और ऊर्जा से भरपूर होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग लोगों के जीवन जीने के तरीके में बदलाव ला रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार भी देशभर के युवा योग को लेकर नई पहलें कर रहे हैं। कई आइकॉनिक जगहों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, साथ ही युवा नई रिकॉर्ड बनाने और योगा चेन का हिस्सा बनने की दिशा में आगे आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अब कॉरपोरेट सेक्टर और स्टार्टअप्स भी योग के महत्व को समझते हुए अपने कार्यालयों में ‘ऑफिस योग ऑवर्स’ निर्धारित कर रहे हैं और योग अभ्यास के लिए विशेष स्थान तय कर रहे हैं।
योग के साथ-साथ आयुर्वेद पर भी प्रधानमंत्री ने विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधनोम (तुलसी भाई) की उपस्थिति में हाल ही में एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) किया गया है। इसके तहत इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशंस में ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल पर काम शुरू हो गया है। यह आयुष प्रणाली को वैज्ञानिक आधार पर वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली की आदतें बचपन से ही विकसित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने बताया कि CBSE की एक अनोखी पहल के तहत कुछ स्कूलों में अब ‘शुगर बोर्ड’ लगाए जा रहे हैं, जिससे बच्चे यह जान सकें कि वे कितनी चीनी का सेवन कर रहे हैं और क्या यह उचित है। इस पहल से बच्चे स्वयं स्वस्थ विकल्प चुनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।