राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हमें स्वदेशी शक्ति की आवश्यकता है: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हमें स्वदेशी शक्ति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि युद्ध से सबसे अच्छा बचाव तभी होता है जब हम शक्ति की स्थिति में हों। शांति तभी सुनिश्चित होती है जब आप युद्ध के लिए हमेशा तैयार रहे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि शक्ति केवल तकनीकी क्षमता या पारंपरिक हथियारों से नहीं आती, बल्कि यह जनता से भी आती है।
उपराष्ट्रपति निवास में कल राज्यसभा इंटर्नशिप कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में श्री धनखड़ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने हमारी सोच को पूरी तरह बदल दिया है। अब हम पहले से कहीं अधिक राष्ट्रवादी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं से यह स्पष्ट हो जाना चाहिए कि हमारे पास अब एक ही रास्ता है -एकजुट रहना और मजबूत बनना। उपराष्ट्रपति ने कहा कि संस्थानों की तरह राजनीतिक दलों को भी राष्ट्रीय सुरक्षा को नैतिक कर्तव्य समझना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे गहन चिंतन करें और इस निष्कर्ष पर पहुँचें कि राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक प्रगति जैसे विषयों पर सभी दलों को राष्ट्रहित को अपने राजनीतिक हितों से ऊपर रखना चाहिए।