प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार दीपोत्सव की श्रृंखला में पूजन व खरीदारी का शुभ मुहूर्त अतिमहत्वपूर्ण .........
दीपोत्सव पर्व में पूजन का शुभ मुहूर्त अति महत्वपूर्ण होता है दीपावली का मुख्य उत्सव एक दिन मनाया जाता है, लेकिन यह त्योहार पांच दिनों तक चलता है। इसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समापन यम द्वितीया पर होता है। पंच दिवसीय दीपपर्व लगातार तीसरे वर्ष छह दिनों में पूरा होगा। प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार दीपोत्सव की श्रृंखला में पूजन व खरीदारी का शुभ मुहूर्त अतिमहत्वपूर्ण होता है।
धनतेरस, १८ अक्टूबर, शनिवार
त्रयोदशी तिथि आरंभ : १८ अक्टूबर अपराह्न ०१:२१ मिनट
त्रयोदशी तिथि समापन : १९ अक्टूबर अपराह्न ०१:५५ मिनट
अभिजित मुहूर्त : मध्याह्न १२:०१ मिनट से १२: ४८ मिनट तक
पूजन मुहूर्त : सायं ०७:१८ मिनट से रात्रि ०९:१४ मिनट तक
खरीदारी का शुभ मुहूर्त : १८ अक्टूबर को त्रयादेशी अपराह्न ०१:२१ मिनट पर लगने के उपरांत से सायंकाल तक।
नरक चतुर्दशी, १९ अक्टूबर, रविवार
तिथि प्रारंभ : १९ अक्टूबर अपराह्न ०१:५५ मिनट
तिथि समापन : २० अक्टूबर को अपराह्न ०२:५६ मिनट
पूजन मुहूर्त : मेष लग्न में सायं ०५:३३ मिनट से रात्रि ०७:१० मिनट तक
दीपावली, २० अक्टूबर, सोमवार
कार्तिक अमावस्या तिथि प्रारम्भ : २० अक्टूबर को अपराह्न ०२:५६ मिनट से
तिथि समापन : २१ अक्टूबर को सायं ०४:२६ मिनट तक
पूजन मुहूर्त :
वृष लग्न में सायं ०७:१० मिनट से रात्रि ०९:०६ मिनट
कुंभ लग्न में अपराह्न ०२:३४ मिनट से सायं ०४:०५ मिनट तक
सिंह लग्न में रात्रि ०१:३८ मिनट से रात्रि ०३:५२ मिनट तक
भौमवती अमावस्या, २१ अक्टूबर, मंगलवार
स्नान-दान की कार्तिक अमावस्या तिथि
अन्नकूट एवं गोवर्धन पूजा, २२ अक्टूबर, बुधवार
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा प्रारंभ : २१ अक्टूबर सायं ०४:२६ मिनट
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा समापन : २२ अक्टूबर सायं ०६:१८ मिनट
(उदयातिथि में प्रतिपदा २२ अक्टूबर को होने से इसका मान उसी दिन होगा)
गोवर्धन पूजा का मुहूर्त, २२ अक्टूबर : प्रात: ०६:४० मिनट से पूर्वाह्न ११:०० मिनट तक
भैया दूज, २३ अक्टूबर, बृहस्पतिवार
कार्तिक मास द्वितीया तिथि प्रारंभ : २२ अक्टूबर सायं ०६:१८ मिनट
कार्तिक मास की द्वितीया तिथि समापन : २३ अक्टूबर रात्रि ०८:२३ मिनट
टीका का मुहूर्त : २३ अक्टूबर प्रात: ०६:३० मिनट से रात्रि ०८:०० मिनट तक