रक्षा उपकरणों और सैन्य सामान के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है डिफेंस एक्सपो का आयोजन। प्रदेश सरकार लखनऊ को डिफेंस साधु समाज के निर्माण के क्षेत्र में एक अग्रणी शहर बनाना चाहता है।डिफेंस के क्षेत्र में अमेरिका इजराइल समेत कई सारे देश भारत में निर्माण के क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं।
सरकारी योजनाओं को अगर सपोर्ट मिला तो रूस समय दुनिया के बड़े हथियारों के सौदागर भारत में सस्ती और भरोसेमंद तकनीकी विवि के लिए तैयार है।भारत रक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा प्लेयर बनकर उभर सकता है और डिफेंस एक्सपो से लखनऊ और आसपास के उन आर्म्स फैक्ट्री को काफी फायदा होगा जो बंदी के कगार पर है।
डिफेंस एक्सपो में निवेश आने से उत्पादन बढ़ेगा और निर्यात की संभावनाओं को भी बल मिलेगा। इस एक्सपो में भीतर 20 के करीब देशों ने अपनी-अपनी स्टार बुक कर लिए हैं और पूरी संभावना है कि नए व्यापारिक रिश्ते इसके माध्यम से तलाशे जाएंगे।भारत आज विश्व में हथियारों को खरीदने वाला ना सिर्फ एक बहुत बड़ा देश है बल्कि जो दूसरे देशों को हथियार निर्यात कर एक निर्यात करने वाले देश के रूप में भी अपनी छवि बनाना चाहता है।
भारत में तेजस लड़ाकू विमान से लेकर टैंक और मिसाइल के क्षेत्र में जो प्रगति की है उसे लेकर दुनिया भर में कई रे भारत के साथ समझौता करना चाहते हैं इस मौके पर भारत अपने उत्पादों विदेशी धरती पर बेचने के लिए भी समझौता कर सकता है।