प्रधानमंत्री ने जवानों संग मनायी दिपावली़.......

Update: 2019-10-28 07:52 GMT

aarti- bachpan express

पीएम मोदी ने एलओसी पर तैनात देश के जवानों के साथ दीपावली मनाने रविवार को पहुंच थे ,देश की सुरक्षा के दिन रात लगे रहने वाले हमारे जवान भी देश के प्रधानमंत्री को अपने बीच पाकर खुशी से फूले नहीं समाए ।

इस प्रकार राजौरी में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात जवानों की खुशियों और उत्साह में दोगुनी वृद्धि देखने को मिली  ।बताते चलें कि इससे पहले पीएम नें 2014 में सियाचिन में भी सैनिकों के साथ दिवाली मनायी थी ।और इस बार अनुच्छेद 370खत्म होने के बाद एलओसी का पहला दौरा था ,जहां उन्होंने सैनिको की खुलकर तारीफ और हौसला अफजाई की ।सैनिकों ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पीएम का उनके साथ दिवाली मनाने से बड़ा और कोई तोहफा नहीं हो सकता था ।  

 प्रधानमंत्री के साथ सेना प्रमुख विपिन रावत भी थे ।उन्होंने भी जवानों का हौसला बढ़ाया और दिवाली की शुभकानाऐं दी । आधिकारिक सूत्रों ने यह बताया कि प्रधानमंत्री इंफ्रेंटी डे सेलिब्रेशन के मौके पर यहां पहुंचे थे यह दिन वर्ष 1947 में जम्मू कश्मीर में भारतीय सैनिकों के पहली बार पहुंचने की याद में मनाया जाता है ।

भारतीय सेना ने तब पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ा था। अधिकारियों के मुताबिक पीएम सेना ब्रिगेड मुख्यालय में उतरने के बाद सीमा पर पहुंचे और एलओसी पर तैनात जवानों से उनका हालचाल पूछा और दिवाली की शुभकामनाएं दी । प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर में सैनिकों के बीच तीसरी बार दिवाली मनाई है ,जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के खत्म होने के बाद यह उनका पहला दौरा था ।

इससे पहले भी दिवाली मनाने के लिए जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री अति संवेदनशील इलाकों में आ चुके हैं । इस तरह समय-समय पर देश के प्रधानमंत्री सैनिकों का मनोबल बढ़ाने के लिए दुर्गम परिस्थितियों में भी उनके पास पहुंच जाते हैं जो हमारे देश की रक्षा में तैनात होते हैं इससे पहले वर्ष 2015 में और 2016 में दिवाली का पर्व पंजाब सीमा पर तैनात जवानों और हिमाचल प्रदेश के तैनात भारत तिब्बत सीमा पुलिस कर्मियों के साथ मनाया था वर्ष 2017 में उन्होंने दिवाली का त्यौहार गुरेज सेक्टर में तैनात जवानों के साथ मनाया था और पिछले साल 2018 में प्रधानमंत्री ने दीपावली का त्यौहार उत्तराखंड भारत सीमा चीन पर तैनात जवानों के साथ मनाया था ।

प्रधानमंत्री ने राजौरी के बीच ब्रिगेड हेड क्वार्टर में भी जवानों से संवाद किया । यहां सैनिक इस विषय में कुछ टिप्पणी करने से बचते रहे, लेकिन पीएम के जाने के बाद उन्होंने बताया कि यह पल उनको आनंदित करने वाला रहा । उन्होंने ऐसे पल की कल्पना तक नहीं की थी ।

एक जवान ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री बहुत अच्छे इंसान हैं उन्होंने देश की सीमा की रक्षा ओं के लिए जो जो प्रयास किए हैं वह काफी सराहनीय है एक जवान ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि वह शांति के लिए सीमाओं की सतत निगरानी करते रहें|

बताते चलें कि इस वर्ष पाकिस्तान ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 2100 युद्ध विराम का उल्लंघन किया इसमें 29 जवान मारे गए जबकि कई घायल हुए इसी महीने 5 जवानों को जान से हाथ धोना पड़ा है राजौरी और पुंछ मे  जवानों की मौत हुई है ऐसे में प्रधानमंत्री का पहुंचना यह दर्शाता है कि उन्हें देश के जवानों की काफी चिंता रहती है ।

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