राम राम जय राजा राम ....

Update: 2020-08-05 14:35 GMT

आज भारत के लिए गर्व की बात है कि समय की धारा में जिसमे राजा राम को वन जाना पड़ा और फिर राज्याभिषेक हुआ वो चौदह वर्ष का था पर ये पिछले करीब पांच सौ साल से उन्हें अपने ही जन्म स्थान पर एक शरणार्थी की तरह रहना पड़ा \

देश का दुर्भाग्य है कि भारत की धरती पर राम को इस तरह टेंट और तम्बू के अंदर रहना पड़ा और कुछ बुद्धजीवी आज जी कोरोना और नौकरी की बात को लेकर इस ऐतिहासिक पल को छोटा करने का तुच्छ प्रयास कर रहे है \

सदिया आती है और चली जाती है पर आज भी जब इतिहास पढ़ा जाता है तो पृथ्वीराज की चूक और मुहम्मद गौरी के भाग्य के लिए जाना जाता है \ गौरी का खात्मा अगर पृथ्वीराज चौहान ने कर दिया होता और सारे राजा एक होते तो भारत का इतिहास कुछ अलग होता \ शायद ये बाबरी ढांचा और राम के नाम का विवाद न होता |

पर इतिहास से सीख न लेकर अभी भी ऐसे लोगो की कमी नहीं है जो इस घटना को हिन्दू इतिहास में अलग तरह से लिखने के लिए व्यग्र है | आज प्रधानमंत्री मोदी ने जिस तरह का आचरण पेश किया है वो ये दिखाता है कि किस तरह पूर्व में चन्द्रगुप्त और विक्रमादित्य ने हिन्दू साम्राज्य और हिन्दुस्तान की विजय पताका को सुदूर पूर्व तक पंहुचा दिया था \

अपने इतिहास से सबक न लेने वाले काल की उस अँधेरी गुफा में चले जाते है जिसमे कोई रौशनी का जरिया नहीं है \

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