जामताड़ा के गांधी मैदान में कोल समुदाय के लोगों ने महासम्मेलन में लिया भाग, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय समेत कई प्रदेश के कोल समुदाय के लोग हुए शामिल, कोल समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग। जमताड़ा: गांधी मैदान में कोल महासम्मेलन के दौरान कोल जनजाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग हुई। जामताड़ा के गांधी मैदान में कोल महासम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान कोल जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग की गयी। इस महासम्मेलन में झारखंड सहित पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, केरल और अन्य प्रदेशों के कोल समुदाय के लोग शामिल हुए। सम्मेलन के पूर्व समुदाय के लोगों ने रैली निकालकर शहर का भ्रमण किया, जो कि गांधी मैदान पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी।
इस अवसर पर भारत प्राचीन आदिवासी कोल जाति कल्याण समिति के केंद्रीय अध्यक्ष उमानाथ कोल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोल समुदाय के लोग हर क्षेत्र में अति पिछड़े हैं। कोल समुदाय के लोग आजादी के समय से ही हर क्षेत्र में उपेक्षित महसूस कर रहा है। राज्य सरकारों ने भी कभी कोल समुदाय के लोगों के हक और अधिकार दिलाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
संविधान में उल्लिखित समुदाय के लोगों के हक और अधिकार को भी अब तक कोल समुदाय के लोगों को प्राप्त नहीं हो पाया है। उमानाथ ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों ने कभी भी समुदाय के लोगों के हित में बने कानून को सख्ती से लागू करने का प्रयास नहीं किया। उमानाथ कोल ने कहा कि पूरे भारत के विभिन्न प्रदेशों में निवास कर रहे कोल समुदाय के लोग अब अपनी एकता का परिचय देते हुए अपनी मांगों और हक के लिए आंदोलन के लिए विवस हो रहे हैं। सम्मेलन के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और मांगों को लेकर समर्थन की बात कही। बाइट- उमानाथ कोल, केंद्रीय अध्यक्ष जामताड़ा से सुभाष प्रसाद सिंह की रिपोर्ट।